उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नवरात्र के मौके पर दुर्गा सप्तशती का पाठ और रामायण पाठ मंदिरों पर कराने के निर्देश दिए गए थे। वही उनसे एक कदम आगे बढ़ते हुए गाजीपुर में जिला प्रोबशन विभाग के द्वारा कन्या भोज का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 54 कन्याओं को भोज कराया गया।
इस कार्यक्रम में सबसे पहले जिलाधिकारी ने कन्याओं का पैर धोकर उन्हें उनके स्थान पर बैठाया और फिर उनको टीका भी लगाया। इसके बाद सभी 54 कन्याओं को स्कूली बैग, जिसमें चॉकलेट भरा हुआ था, साथ ही फलों से भरी टोकरी भी उन्हें प्रदान किया और इन सब के पश्चात कन्याओं को सात्विक भोजन भी खिलाया।
कन्याओं का पैर छूकर लिया आशीर्वाद
कन्याओं को भोजन कराने के पश्चात जिलाधिकारी के द्वारा सभी कन्याओं को 500-500 रुपए दक्षिणा देने के पश्चात सभी कन्याओं का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। विभागीय जानकारों की बात मानें तो यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में इकलौता कार्यक्रम है क्योंकि इस तरह के कार्यक्रम का कोई निर्देश शासन के द्वारा नहीं दिया गया था, बल्कि जिलाधिकारी ने अपने विवेक से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कराया है।
बेटों की तरह हो बेटियों का सम्मान
डीएम ने इस कार्यक्रम के बाबत बताया कि चैत्र नवरात्रि के अष्टमी के अवसर पर समाज में एक संदेश देने के लिए कन्या पूजन का आयोजन किया गया, क्योंकि शासन के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का भी कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने बताया कि बेटियों की भ्रूण हत्या रोकने के उद्देश्य और अधिक से अधिक बेटियां पैदा हो, जिससे हमारे जेंडर रेट भी सही हो। इसके साथ ही बेटियों का सम्मान उसी तरह हो, जैसे परिवार में बेटों का होता है, उन्हें समान अवसर दिया जाए और उनके पोषण का भी विशेष ध्यान रखा जाए।