गाजीपुर डीएम आर्यका अखौरी ने पशु चिकित्सकों एवं खण्ड विकास अधिकारियों से अब तक कितने पशुओ को चिन्हित कर पशुपालकों को सुपुर्द किए गए हैं। कितने पशुओ को आश्रय स्थल मे रखा गया है और कितने गोवंश आश्रय स्थल बनाये गए हैं, इसकी जानकारी ली।
उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देश दिया कि इस योजना में जरूरतमंद परिवारो में दुधारू पशुओ की सुपुर्दगी की जाए तथा उसका समय से भुगतान भी किया जाय। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि अबतक 57 स्थायी/अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल बनाये गए हैं, जिसमें 7695 पशु संरक्षित किए गए हैं।
पशुओं का बराबर वेरिफिकेशन किया जाय
जिसपर जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि पशुओं का बराबर वेरिफिकेशन किया जाय। यदि किसी पशु के मृत्यु के बाद भी उसका भुगतान किया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्रवाई तय है। उन्होने निर्देश दिया कि सहभागिता योजना के तहत पशुपालकों को दिए जाने वाला भुगतान समय से किया जाए। इसमे लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। पशुओ को हरा चारा की व्यवस्था की जाय। साथ ही पशुओं के पानी, साफ-सफाई की व्यवस्था रखी जाय।
बैठक में ये लोग रहे मौजूद
बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/पंचायत, एवं अन्य सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।