गाजीपुर में आने वाले गर्मी के मौसम को लेकर जिला प्रशासन एलर्ट होता दिख रहा है। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने आगामी ग्रीष्म काल को लेकर तैयारियों के सम्बन्ध में अफसरों के साथ बैठक किया। बैठक में जिलाधिकारी ने हीटवेव प्रबन्धन हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि पशुओं की सुरक्षा हेतु हीट-वेव एक्शन प्लान तैयार कर उसका प्रभावी क्रियान्वयन करें। साथ ही पशु केन्द्रों पर आवश्यक दवाओं का भण्डारण सुनिश्चित हो तथा पशु चिकित्सकों के माध्यम से ग्रामीणों को पशुओं की सुरक्षा एवं लू से बचाव हेतु जागरूक किया जाये।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि समस्त शैक्षिक संस्थानों में छात्र/छात्राओं हेतु पेयजल तथा विद्यालयों में पावर सप्लाई व पंखे आदि की व्यवस्था, गर्मी को ध्यान में रखते हुये विद्यालय की समयावधि में परिवर्तन करें।
अग्नि से बचाव हेतु नागरिकों को जागरूक किया
जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों, चौराहों व आवश्यकतानुसार सम्बन्धित ग्रामों में पानी की टंकी/टैंकरों आदि की व्यवस्था करायें। जिलाधिकारी ने अग्निशमन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि लू के मद्देनजर विभाग द्वारा मुख्यालय एवं तहसीलों में स्थापित उप केन्द्रों को आवश्यक संसाधनों सहित क्रियाशील रखा जाये एवं अग्नि से बचाव हेतु नागरिकों को जागरूक करें। विभिन्न क्षेत्रों में यदि आग लगने पर अग्शिमन के वाहन जाने लायक नही है तो वहां पर भी व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाये।
पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि बड़े बस स्टैण्डों/टर्मिनलों पर प्राथमिक चिकित्सा, छाया एवं पेयजल की व्यवस्था, मैकेनिकल/इलेक्ट्रिक सिस्टम (पंखा/एसी) का प्राथमिकता के आधार पर समुचित रखरखाव तथा ट्रेनों एवं रेलवे स्टेशनों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाये।
इसी प्रकार जिलाधिकारी ने नगर विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, ऊर्जा विभाग, वन विभाग, मनरेगा विभाग के अधिकारियों को ग्रीष्मकाल की तैयारियों एवं हीटवेव कार्य योजना के सम्बन्ध में निर्देशित किया। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने दायित्वों का शत् प्रतिशत निर्वहन करें और दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करायें, लापरवाही कदापि न बरते।