ताड़ीघाट मऊ रेल विस्तारिकरण परियोजना के तहत सोनवल में करीब 25 करोड़ से 620 मीटर लंबा स्टेशन बनकर तैयार है, लेकिन इसके प्लेटफार्म के सतह की ढलाई का काम एक साल बाद भी अधूरा पड़ा हुआ है। इसके चलते कार्यदायी संस्था की लापरवाही साफ उजागर हो रही है।जबकि हैरानी की बात है कि अगले महीने ही इस परियोजना का सीआरएस एवं इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल होना है। इसके बादट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। यह दशा प्लेटफार्म एक और दो दोनों की है।
क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि जिस तरह से इसके ढलाई को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाया जा रहा है। इसमें निश्चित ही जिम्मेदारों की उदासीनता है, आए दिन यहां रेलवे के तमाम बड़े अधिकारी परियोजना के निरीक्षण के सिलसिले में आते हैं, तो स्टेशन और प्लेटफार्म पर जगह जगह मजदूर, इंजिनियरों की टीम काम में जुट जाती है।
लगता है कि बस अब कुछ ही दिनों में यह स्टेशन पूर्णतया हर सुविधाओं से सुसज्जित होकर यात्रियों के लिए तैयार हो जायेगा। अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण के दौरान सख्त हिदायत दे जल्द पूरा करने का निर्देश देते चले जाते हैं, लेकिन उनके जाते ही काम कछुआ चाल से चलने लगता है। इस संबंध में आरबीएनएल के पीडी जीवेश ठाकुर ने बताया कि ढलाई सहित अन्य कार्य तेजी से चल रहा है, जल्द पूरा कर लिया जाएगा।