गाजीपुर में एक महिला अपने आवासीय भूमि के गलत तरीके से रजिस्ट्री होने से बेघर हो गई। महिला शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गई। इस धरने में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भी सहयोग कर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। मौके पर पहुंची तहसीलदार ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर दो घंटे बाद धरना प्रदर्शन समाप्त करा दिया।
चावनपुर गांव निवासी इंद्रावती देवी ने बताया कि 2018 में सोनावर्स गांव निवासी राधे मोहन वर्मा ने बहला फुसलाकर और दवा कराने के लालच में मेरी जमीन का रजिस्ट्री करा लिया है। पीड़ित महिला ने बताया कि मैं अनुसूचित जाति की महिला हूं। अब रहने के लिए मेरे पास घर नहीं है। राधे मोहन वर्मा ने बहला फुसलाकर बिना पैसे दिए ही रजिस्ट्री करा लिया है। थक हार कर जिलाधिकारी से लेकर उप जिलाधिकारी, तहसील दिवस, थाना दिवस पर दर्जनों बार प्रार्थना पत्र दिया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पिछले तहसील दिवस में कार्रवाई नहीं होने पर धरना प्रदर्शन और आत्मदाह करने की सूचना दी थी। जिस पर भी कोई करवाई नहीं हुई तो अब धरने पर बैठी हूं। दलित महिला के साथ इस धरना ने भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार दर्जनों लोगों के साथ धरने पर बैठे गए। भीम आर्मी ने दलित महिला की रजिस्ट्री को अवैध बताते हुए जिस अधिकारी द्वारा इस भूमि का रजिस्ट्रेशन कराया गया है उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पीड़ित दलित महिला को न्याय दिलाने की मांग पर अड़े हैं।
धरने के दो घंटे बाद कासिमाबाद तहसीलदार जया सिंह ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित महिला के साथ भीम आर्मी के पदाधिकारियों से वार्ता की। आश्वाशन दिया कि जांच कराकर न्याय पूर्ण कार्रवाई की जाएगी। दलित महिला ने तहसीलदार को बताया कि रजिस्ट्री कराने वाले राधे मोहन वर्मा निवासी सोनवर्स मुझे धमकी के साथ गली दे रहे हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर करवाई की मांग की। इस पर तहसीलदार ने मौके पर उपस्थित उपनिरीक्षक अविनाश मणि तिवारी को करवाई करने के लिए निर्देशित किया।