बिहार बॉर्डर पर अवैध शराब तस्करी एवं अपराधियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे चेकिंग के दौरान पुलिस ने गोवध निवारण अधिनियम के वांछित ₹10000 इनामीयां अभियुक्त को किया गिरफ्तार। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी को भेजा जेल।
गहमर कोतवाली पुलिस नए वर्ष में बिहार प्रांत से शराब तस्करी और अपराधियों की धरपकड़ के लिए बिहार बॉर्डर के देवल कर्मनाशा पुल के पास शनिवार की शाम चेकिंग अभियान चला रही थी। इस दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति आते हुए दिखाई दिया पुलिस ने जब उसे रोकना चाहा तो वह पुलिस को देखकर भागने लगा संदेह होने पर हमराही होने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
पुलिसिया पूछताछ में उसने अपना नाम मोहित बाबू पुत्र राजेंद्र बाबू निवासी भवानीपुर रीता और थाना इकदिल जनपद इटावा बताया। जो गहमर कोतवाली में गोवध निवारण अधिनियम में वांछित था। पुलिस द्वारा इसकी गिरफ्तारी के लिए इस पर ₹10000 का इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बीते 31 मार्च 2022 को डीसीएम से गोवंश की तस्करी करके बिहार ले जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस द्वारा छह अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए मुकदमा पंजीकृत किया गया था जबकि मुख्य आरोपी और डीसीएम मालिक मोहित बाबू मौके से फरार हो गया था।
पुलिस ने बिहार बॉर्डर के पास से किया गिरफ्तार
इस बाबत कोतवाल गहमर पवन उपाध्याय ने बताया कि गौ तस्करी और गोवध निवारण अधिनियम वांछित अभियुक्त को पुलिस ने बिहार बॉर्डर के देवल खुलते गिरफ्तार किया है। जिसे आवश्यक पूछताछ के बाद माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।