ग़ाज़ीपुर जिले के सेवराई तहसील क्षेत्र में तमाम प्रयास के बाद भी ग्रामीण अंचलों में कटिया कनेक्शन की भरमार है। जर्जर व ढीले बिजली तार को बांस का खपच्चा लगाकर जुगाड़ के सहारे जैसे-तैसे बिजली आपूर्ति की जा रही है। इससे आम जनजीवन असुरक्षित हैं। सबकुछ जानते हुए भी इस ओर से विभाग अनभिज्ञ बना हुआ है।
सेवराई, भदौरा, करहिया, गहमर एवं बारा विद्युत उपकेंद्र से जुड़े बारा गांव के मोहला इकरा नगर, रकबा, रिट्ठी, रौजा, सागररोड, सक्रवार, मस्तानबाग, माझली पट्टी, बारा बाजार सहित दर्जनों मुहल्लों की स्थिति बेहद ही खराब है। गांव के इन मोहल्लों में एबीसी केबल नहीं लग सके हैं। इन मोहल्लों में दशकों पूर्व एलटी के लगे तार जर्जर हो जाने के बावजूद नहीं बदले जा सके हैं। नतीजा कटिया के सहारे अधिकांश लोग बिजली का उपयोग खुलेआम कर रहे हैं।
जांच-पड़ताल देख कटिया कनेक्शन हटा लेते हैं ग्रामीण
जब कभी विभाग जांच-पड़ताल अभियान शुरू करता है तो लोग कटिया कनेक्शन हटा लेते हैं। गांव में जर्जर विद्युत तार से आए दिन फाल्ट होने से विद्युत व्यवधान होना आम बात हो गई है। विद्युत कनेक्शन लिए उपभोक्ता नियमित विद्युत कर अदा करने के बाद भी बिजली का समुचित लाभ नहीं ले पा रहे हैं। कुछ मोहल्लों में एबीसी तार तो खींचा गया है लेकिन, अधिकांश जगहों पर नंगे तारों में विद्युत प्रवाह हो रहा है।
विभाग ने स्थानीय स्तर पर योजना नहीं बनाई है
आए दिन तार टूट कर गिरने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। मुश्किल से उबारने को फिलहाल विभाग ने स्थानीय स्तर पर योजना नहीं बनाई है। बारा, गहमर सहित क्षेत्र के कई गांवों में जर्जर विद्युत तार की चपेट में आने से कई लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं। बावजूद इसके विभाग की कुंभकरणी निंद्रा टूटने का नाम नहीं ले रही है। विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ताओं को आए दिन जलालत झेलनी पड़ रही है।
अवर अभियंता खंभों को बदलने को विभाग गंभीर
इस बाबत अवर अभियंता विद्युत उपकेंद्र गहमर रामप्रवेश चौहान ने बताया कि जर्जर तारों व खंभों को बदलने को विभाग गंभीर है। कार्य योजना बनाकर इन्हें दुरुस्त किया जाएगा। जहां कहीं भी नंगे तार हैं, वहां जल्द ही एबीसी केबल लगाया जाएगा। किसी भी हाल में बिजली की चोरी नही होने दी जाएगी। लोगो को निर्बाध बिजली आपूर्ति दी जाएगी।