इन दिनों कोहरे की चादर में पूरा इलाका ढका हुआ है। कई दिनों से धूप नहीं निकलने से आम जनजीवन बुरी तरीके से प्रभावित है। लोग ठंड से बचाव के लिए जगह-जगह अलाव जलाकर खुद को सर्दी से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि कुल 40 जगहों पर नगर पालिका की ओर से अलाव का इंतजाम किया गया है। लेकिन भीषण पड़ रही सर्दी में लोगों की दिनचर्या को बेहद प्रभावित किया गया है।
मुहम्मदाबाद से गुजरने वाले एनएच 31 पर लोग लकड़ियों को इकट्ठा कर और अलाव जलाकर हाथ पैर सेंकते सहज ही देखे जा सकते हैं। गाजीपुर और आसपास के जनपद में पढ़ने वाली ठंड को लेकर मौसम विभाग और स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट की ओर से पहले ही एडवाइजरी जारी की गई थी। गाजीपुर में ठंड के स्तर को देखते हुए गुरुवार और शुक्रवार को रेड अलर्ट जारी किया गया था। मौसम विभाग के अनुमान के साथ पारा 5 डिग्री तक पहुंचने के आसार जताए गए हैं।
विशेष एहतिहात बरतने की है जरूरत
ठंड का असर बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों पर ज्यादा देखने को मिल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार ठंड में विशेष एहतियात रखने की जरूरत बताई जा रही है। वहीं स्कूल, कॉलेज में अध्ययन-अध्यापन पर भी ठंड का प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है। भीषण सर्दी के बीच 14 जनवरी तक कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए गए हैं। किसानों की माने तो भीषण पड़ रही सर्दी के बीच खेतों की रखवाली करना भी उनके लिए कठिन साबित हो रहा है। ऐसे में आवारा पशु उनके खेतों में लगी फसल को खासा नुकसान पहुंचा रहे हैं।