गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में बिजली विभाग में आउटसोर्सिंग बिजली कर्मचारी मनोज करंट से झुलस गया था। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। इस दौरान उसकी मौत हो गई। इससे गुस्साए कर्मियों ने शेरपुर और कुंडेश्वर फीडर को पूरी तरह ठप कर दिया। इससे करीब 150 गांवों की बिजली गुल हो गई।
कुंडेसर पावर हाउस पर आउटसोर्सिंग कर्मचारी मनोज अब से 4 दिन पहले मलसा गांव में लगे मोबाइल के टावर के लिए ट्रांसफार्मर पर काम करने के लिए एरिया के एसडीओ से शटडाउन लेकर काम कर रहे थे।
कर्मचारियों ने दिया धरना
मोबाइल के टावर में दूसरे फीडर की भी लाइन का संचालन हो रहा था। इस बीच अचानक दूसरे फीडर की लाइन आ गई। इससे मनोज बुरी तरह से झुलस गए।जिसके बाद उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। वहां से डॉक्टरों ने उन्हें एडवांस ट्रीटमेंट के लिए वाराणसी भेज दिया। वाराणसी में उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार की दोपहर में उसकी मौत हो गई । मौत की सूचना पाते ही सभी उनके साथ काम करने वाले कर्मचारी आंदोलित हो गए । धरना प्रदर्शन करने लगे और मनोज के लिए न्याय की मांग करने लगे।
कार्य बहिष्कार जारी रखने की चेतावनी
कुंडेसर पावरहाउस पर ही कार्यरत रामाशीष प्रजापति ने बताया कि उनके सहकर्मी लाइनमैन मनोज की मौत का उन्हें बेहद अफसोस है। उन लोगों की मांग है कि मनोज के परिजन को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। ऐसा इसलिए भी जरूरी है कि मनोज की 3 बेटियां हैं। उनकी शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी अब मनोज की पत्नी पर है। मनोज ही कमाई से ही परिवार का खर्च चलता था। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।