मुहम्मदाबाद में गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर सिख समुदाय के लोगों की ओर से अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गुरु गोविंद सिंह जी सिखों के 10वें गुरु थे। उनका जन्म हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हुआ था।
इस वर्ष पौष शुक्ल सप्तमी 29 दिसंबर को पड़ रही है। इस दिन सिख समुदाय के लोग धूमधाम से गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती मना रहे हैं। इसी क्रम में मुहम्मदाबाद स्थित गुरुद्वारे में भी विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
शाम के समय मनाया जाएगा उत्सव
मुहम्दाबाद स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह साहिब में सुबह से ही सिख समुदाय के लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश उत्सव के अवसर पर प्रातः काल से ही विशेष पूजा गुरुद्वारे में शुरू हो गई। गुरुद्वारे के ग्रंथि नरेंद्र सिंह ने बताया कि संध्या काल में प्रकाश उत्सव मनाया जाएगा।
गुरु गोविंद सिंह साहब ने अपने जीवन में शांति और भाईचारे के साथ ही संयमित जीवन जीने की सीख दी थी। उन्होंने खालसा योद्धाओं के लिए मांस, मदिरा आदि से दूर रहने के साथ ही जीवन को सादगी के साथ व्यतीत करने की सीख दी थी। गुरु गोविंद साहब ने कई मुगल शासकों का वीरता के साथ मुकाबला करते हुए शौर्यता का परिचय भी दिया था।
गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था
उनका जन्म बिहार के पटना साहिब में हुआ था।गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक घटना मानी जाती है। मुहम्मदाबाद गुरुद्वारे में प्रातः कालीन प्रार्थना में मुख्य रूप से सतनाम सिंह, हरतेज सिंह, देवेंद्र कौर डब्लू सिंह,तरलोचन सिंह, नवतेज सिंह, रिंकू आदि मौजूद रहे।