गाजीपुर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा बिजली कर्मचारियों, अवर अभियंताओं व अभियंताओं की न्यायसंगत समस्याओं को लेकर मसाल जुलूस निकाला गया। ऊर्जा निगमों के बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं की ज्वलंत समस्याओं को लेकर 17 नवंबर से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, किंतु प्रबंधन का हठवादी व दंडात्मक रवैया बना हुवा है। जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा देखने को मिला।
शहर की सड़कों पर निकले मशाल जुलूस में सैकड़ों की संख्या में बिजली कर्मी शामिल रहे और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लाल दरवाजा पावर हाउस से शुरू हुआ मशाल जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए जिला मुख्यालय स्थित सरजू पांडे पार्क में पहुंचकर समाप्त हुआ।
पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाने की मांग की
जिला संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि सभी बिजली कर्मियों /सेवानिवृत कर्मियों को कैशलेश इलाज की सुविधा प्रदान की जाय, हाल ही जारी किए गए ट्रांसफॉर्मर वर्कशॉप के निजीकरण के आदेश वापस लिए जाए, वर्ष 2000 के बाद ऊर्जा निगमों की सेवा में आए समस्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाय तथा सभी ऊर्जा निगमो के समस्त कार्मिकों की सुरक्षा हेतु पावर सेक्टर इम्प्लाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाय, इन्ही मांगों को लेकर बिजलीकर्मी आंदोलित हैं।
एफआईआर को तत्काल निरस्त कराया जाने की मांग
सह संयोजक अभिषेक राय ने कहा कि तेलगाना, पंजाब, दिल्ली, उड़ीसा सरकार के आदेश के भांति ऊर्जा निगमों के समस्त संविदा/निविदा कर्मियों को नियमित किया जाय, वाह्यय सेवा प्रदाता द्वारा संविदा कर्मियों के ईपीएफ भुगतान में किए गए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की जाय, घोटाले की धनराशि वाह्यय सेवा प्रदाता से वसूल किया जाय। वहीं पूर्व में अक्टूबर 2020 में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं विद्युत कर्मियों के विरुद्ध की गई एफआईआर को तत्काल निरस्त कराया जाय।
सह संयोजक मिथिलेश यादव ने बताया कि अगर हमारी सभी मांगे तत्काल पूरी नही हुई तो 30 नवम्बर से सभी विद्युत कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। हड़ताल के दौरान अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशासन द्वारा परेशान किया गया तो तत्काल रूप से सभी विद्युत कर्मी जेल भरो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। आज के विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से समस्त अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता, विद्युत कर्मचारी सहित मीटर रीडर एवं समस्त संविदा कर्मी मौजूद रहे।