प्रदेश के योगी सरकार द्वारा प्रदेश की सभी सड़कों को गढ्ढा मुक्त करने के आदेश दिया गया है। ऐसे में लोक निर्माण विभाग द्वारा करहिया गांव के समीप सड़क का गुणवत्ता विहीन कार्य कराए जाने पर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
ताड़ीघाट- बारा राष्ट्रीय राजमार्ग 124 सी से करहिया रेलवे स्टेशन के रास्ते एक संपर्क मार्ग सेवराई तहसील क्षेत्र के कई गांव को जोड़ता है। लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त सड़क में हुए गड्ढों का समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा था। ग्रामीणों के अनुसार सड़क मरम्मत के नाम पर कोरम पूरा करते हुए मानक के हिसाब से कार्य नहीं किया जा रहा था। जिससे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और ठेकेदार, जेई एवं संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे।
4 महीने में बड़े-बड़े गड्डो में तब्दील हो गई सड़क
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि जब घटिया निर्माण कार्य की सूचना संबंधित विभाग के जेई को दिए तो जेई ने सीधे उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दे डाली। जेई के इस बयान से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया और वे सड़क पर ही जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि अभी 4 माह पूर्व ही इस सड़क का निर्माण कराया गया था। सड़क निर्माण कार्य में भी ठेकेदार द्वारा जमकर घपलेबाजी करते हुए सड़क को गुणवत्ता विहीन बना दिया गया, जिसका खामियाजा यह निकला कि सड़क बनने के 4 महीने बाद ही यह टूटकर बड़े-बड़े गड्डो में तब्दील हो गया।
ग्रामीणों पर ही एफआईआर करने की दी धमकी
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क सम्बन्धित जेई, ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों के भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। और अब जबकि एक बार फिर सड़क मरम्मत कराया जा रहा है, तो भी एक बार पुनः कोरम पूरा करते हुए सरकारी धन का बंदरबांट करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जब इसकी शिकायत संबंधित जेई से की गई तो उल्टे ही हम ग्रामीणों पर ही एफआईआर करने की धमकी दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए सरकार के मंशा के अनुरूप सड़क निर्माण कराए जाने का मांग किया।
ये लोग रहे मौजूद
आंदोलन करने वालों में रितेश सिंह, सुनील कुमार सिंह, आलोक तिवारी, राधेश्याम सिंह, जीतेंद्र उपाध्याय, विकास सिंह, बलवीर कुशवाहा, संदीप कुशवाहा, रजनीश उपाध्याय, रमेश सिंह, दीपू सिंह, नंदू सिंह, विकास सिंह, प्रकाश सिंह, रविकांत तिवारी, ललन सिंह, महावीर वर्मा, राधेश्याम वर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल रहे। इस बाबत जेई से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।