मुहम्मदाबाद क्षेत्र के कठउत गांव में 14 नवंबर को डबल मर्डर हुआ था। बेटे गौरी शंकर राजभर ने ही मां और बहन की हत्या की थी। उसे जेल भेज दिया गया है। इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बुधवार शाम परिजनों से मिलने पहुंचे।
मृतका कौशल्या देवी और उनकी बेटी मालती की मौत पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सरकार पर एक बार फिर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
अब्बास अंसारी के सवाल पर दिया जवाब
अब्बास अंसारी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि विधिक रूप से आज भी वह मानते हैं कि अब्बास अंसारी उनकी पार्टी के विधायक हैं। समाजवादी पार्टी ने उन्हें धोखा देने के लिए 12 सीटों पर यह करार हुआ था कि कैंडिडेट समाजवादी पार्टी के रहेंगे और चुनावी सिंबल सुभासपा का रहेगा।
इन्हीं में से एक सीट मऊ सदर की थी। जिस पर अब्बास अंसारी लड़े। तकनीकी रूप से वह समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट थे। करार के अनुसार सिंबल सुभासपा का था। ओपी राजभर ने कहा कि अब्बास अंसारी को लेकर ईडी अपना काम कर रही है। सरकार अपना और उनकी पार्टी सुभासपा अपना काम कर रही है।
एक सवाल के जवाब में राजभर ने कहा कि सीबीआई को एक बार सुप्रीम कोर्ट ने तोता करार दिया था ।जब-जब जिसकी सरकारी रही है। ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग के मामले प्रकाश में आए हैं। उदाहरण के तौर पर राजभर ने संजय रावत का जिक्र करते हुए कहा कि उनके खिलाफ ईडी कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पायी। उन्हें जेल भेज दिया गया और बाद में बाद जमानत पर वह बाहर आए।
कहा कि साक्ष्य पेश करने के मामले में ईडी फेल हो जा रही है। उन्हें भी पकड़ा जा सकता है। लेकिन कार्रवाई तभी की जानी चाहिए, जब उनके खिलाफ कोई साक्ष्य हो। देशभर से जो बातें छनके आ रही हैं, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि ईडी और सीबीआई की भूमिका पारदर्शी नहीं है।
वहीं, मृतका के रिश्तेदारों से ओपी राजभर ने कहा कि गौरी शंकर ने तो अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। लेकिन परिजनों को लगता है कि गौरी शंकर के अलावा इस घटना में कोई और भी लिप्त हो सकता है। इस स्थिति में परिजनों की लिखित शिकायत पर उच्चाधिकारियों से बातचीत कर नए सिरे से विवेचना कराएंगे। उन्होंने परिजनों को हर तरह के मदद का आश्वासन दिया है।