सैदपुर कोतवाली के कार्यालय में तैनात एक युवा आरक्षी की मौत, रविवार की भोर को वाराणसी में डेंगू के इलाज के दौरान हो गई। सुबह गमगीन पुलिसकर्मियों द्वारा उसका शव सैदपुर कोतवाली लाया गया। जहां समस्त पुलिसकर्मियों ने पुष्प अर्पित कर, श्रद्धांजलि दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए उसका शव जिला मुख्यालय भेज दिया गया।
गौरतलब है कि रायबरेली निवासी सुनील कुमार 27 पुत्र श्रीराम बीते 1 सप्ताह से डेंगू बुखार से पीड़ित था। इससे उसे बेहद कमजोरी और थकान महसूस हो रही थी। वह अपना इलाज सैदपुर नगर स्थित एक निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर की सलाह पर करा रहा था। शनिवार को तेज घबराहट की शिकायत लेकर सुनील स्थानीय सीएचसी में पहुंचा। जहां कुछ आवश्यक दवा की सलाह देकर, डॉक्टर ने उसे हायर मेडिकल सेंटर वाराणसी में दिखाने को कहा। शाम को ज्यादा हालत खराब होने पर सुनील को वाराणसी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां देर रात उसकी मौत हो गई।
परिजनों की धूमधाम से सुनील के शादी की इच्छा रह गई अधूरी
तीन भाइयों में सुनील ही नौकरी पेशा और घर का एकलौता कमाने वाला था। उसी के कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। परिजन सुनील के शादी के प्रयास में लगे थे। सुनील के मौत की खबर जैसे ही उसके परिजनों को मिली, उसके पिता श्रीराम, माता जनक दुलारी, बड़े भाई राज नारायण और शिवनारायण सहित, दोनों विवाहिता बहनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजन दोपहर को सैदपुर कोतवाली पहुंचे। जहां पंचनामा कर, सुनील का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को मृतक आरक्षित सुनील कुमार को देखने वाले डॉक्टर प्रकाश पांडे ने बताया कि शनिवार को सुनील जब दिखाने आया था, तो उसका प्लेटलेट 60 हजारो से उपर था। लेकिन उसे बहुत घबराहट हो रही थी। उसकी हार्ट बीट काफी तेज चल रही थी। उसे हायर मेडिकल सेंटर जाने की सलाह दी गई थी।