पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ताड़ीघाट-मऊ नई रेल परियोजना के प्रथम चरण का कार्य काफी तेज गति से चल रहा है। कोरोना काल के कारण देर तो हुआ है, लेकिन उसकी भरपाई 24 घंटे शिफ्टवार काम हो रहा है। प्रथम फेज में ही गंगा पर रेल सह रोड ब्रिज भी है।
जिसका निरीक्षण करने शुक्रवार को कार्यदायी संस्था रेलवे विकास निगम लिमिटेड के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर विकास चंद्रा पहुंचे। छह जगहों पर चल रहे निर्माण कार्यों को देखा और एक जगह धीमी गति पर नाराजगी जाहिर की और कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने बताया कि मार्च के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे, इसी लक्ष्य के साथ कार्य किया जा रहा है।
सीपीएम विकास चंद्रा मेदनीपुर स्थित प्लांट में अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। इसके बाद छह जगहों पर चल रहे निर्माण कार्यों काे देखा। दिसंबर तक हर हाल में नई रेल लाइन को सिटी रेलवे स्टेशन से जुड़ जाए, इसका ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के सीआरएस के लिए सभी जरूरी पत्रावलियां जमा हो चुकी है। उम्मीद है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में पीएम नरेंद्र मोदी इस परियोजना का उद्घाटन करेगें।
परियोजना के 90 फीसदी से अधिक कार्य हो चुके हैं। इसे तय समय में पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था दो शिफ्ट में निर्माण कार्यों में जुटी है। सोनवल व घाट स्थित बन रहे नये रेलवे स्टेशन का 95 फीसदी कार्य हो चुका है। जबकि रेल एप्रोच वायडक का 90 फीसदी, पैनल रूम का 20 फीसदी, रेल सह रोड पुल का करीब 95 फीसदी, इलेक्ट्रिफिकेशन का स्टेशनों पर पूरा हो चुका है। जबकि अन्य जगहों पर कार्य तेजी से चल रहा है। आरवीएनएल के पीडी जीवेश ठाकुर, एसपी सिंग्ला कंस्ट्रक्शन के पीएम अमनदीप गोयल, जीपीटी के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार, रितेश, अजय राय, सुनील सिंह आदि रहे।
जनवरी में आएंगे रेलवे सेफ्टी के कमिश्नर
जनवरी में रेलवे सेफ्टी के कमिश्नर के सम्भावित दौरा होने वाला है। निर्देश दिया कि इससे पहले किसी स्तर पर कमी न रहे व निर्माण कार्य पूरा हो जाए। इसमें लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाई तय है। इस परियोजना के तहत रेल लाइन चार जगहों पर सड़क के ऊपर से होकर गुजरेगी। नये रेल रूट पर सोनवल से सिटी तक छह बड़ी व तीन छोटी पुलियां है। इससे होकर नई रेल लाइन गुजरेगी।