जमानियां के रेवतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सालय के लैब में स्थित सीबीसी मशीन पिछले तीन महीने से खराब है। बावजूद जिम्मेदार इसको लेकर उदासीन हैं। ग्रामीणों का कहना है कि करीब पांच लाख की कीमत वाली कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) मशीन दोहरा दर्द दे रही है। डेंगू व बुखार आदि के मरीजों को शरीर में प्लेटलेट्स की स्थिति जानने के लिए बाहर जाना पड़ता है। उन्हें निजी पैथोलाजी में जांच की सलाह दी जाती है।
संतोष, दीपक सिंह, शिवबचन, कमलेश सिंह टून्ना, अश्वनी कांत, सोनू आदि लोगों ने बताया कि इस सामुदायिक अस्पताल में प्रतिदिन विभिन्न रोगों से ग्रसित सैकड़ों मरीज आते हैं। इसमें आधे से अधिक मरीजों खून का स्तर (हीमोग्लोबिन), इंफेक्शन (टीएलसी-डीएलसी) व प्लेटलेट्स का स्तर जानने वाले होते हैं, लेकिन अस्पताल की मशीन खराब होने के चलते इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पाता है।
सीएचसी चिकित्सक बाहर की जांच लिख देते हैं
स्थानीयों ने बताया कि चिकित्सक सीबीसी मशीन खराब होने की बात कह जांच बाजार में स्थित निजी पैथोलॉजी के लिए भेज देते हैं। जहां मरीजों का जांच के नाम पर निजी पैथोलॉजी संचालन जमकर आर्थिक शोषण करता है। अगर इस सीबीसी मशीन की मरम्मत हो जाए तो शायद मरीजों को बाहर जांच नहीं कराना पड़ेगा। साथ ही लोगों को बेहतर जांच रिपोर्ट अस्पताल से मिल सकेगा। कहा कि बाहर की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है, उन्हें मजबूरन वहां जाना पड़ता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्तमान समय में टाइफाइड, मलेरिया व डेंगू का कहर बढ़ रहा है। ऐसे में महकमे की उदासीनता समझ से परे है। कई बार विभाग से इसकी शिकायत की गई, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। इस संबंध में रेवतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक व प्रभारी अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि जल्द ही सीबीसी मशीन की मरम्मत करा चालू करा दिया जाएगा। मरीजों व तीमारदारों को परेशानी नहीं होगी।