शुक्रवार की दोपहर को सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 10 स्थित एक स्कूल परिसर में पात्रों को पोषाहार वितरण की जांच हेतु खुली बैठक का आयोजन किया गया। जहां डीएम के आदेश पर पहुंचे जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने दर्जनों शिकायतकर्ता महिलाओं का बयान दर्ज किया।
इसके बाद आंगनबाड़ी की सुपरवाइजर द्वारा महिलाओं को पोषाहार वितरण हेतु पात्रता आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। गौरतलब है कि सैदपुर तहसील सभागार में बीते शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया था। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी आर्यका अखौरी कर रही थी।
जिसमें सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 10 निवासी लगभग दो दर्जन महिलाओं ने जिला अधिकारी को पत्र देकर वार्ड की आंगनबाड़ी कार्यकत्री बेबी श्रीवास्तव पर पोषाहार वितरण नहीं करने का आरोप लगाया। जिसपर डीएम ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को खुली बैठक कर शिकायत करताओं का बयान दर्ज करते हुए, मामले की निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया था।
इन महिलाओं ने जिलाधिकारी से की थी शिकायत
जिसके क्रम में शुक्रवार की दोपहर 3 बजे वार्ड संख्या 10 स्थित आजेपी स्कूल में खुली बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें शिकायतकर्ता वार्ड निवासी राधिका, अनीता, सुजाता, ममता, नीतू, रमता, सुनीता, पूजा, पुष्पा, लक्ष्मी, ज्योति, श्वेता, सोनी, अलका, रुचि, लक्ष्मी, बिंदु देवी आदि महिलाओं ने अपनी शिकायत के संदर्भ में अपना-अपना बयान दर्ज कराया। इस दौरान कुछ महिलाओं ने पोषाहार कई बार मिलने और कई बार ना मिलने की शिकायत किया।
कुछ महिलाओं ने पोषाहार समय पर मिलने की बात कही, तो कुछ ने बिल्कुल नहीं मिलने की बात कही। कुछ महिलाओं ने शिकायत पत्र में अपना नाम फर्जी ढंग से डाला जाना बताया। वही कुछ महिलाओं ने कार्यकत्री पर योजना की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया। इसके बाद मौके पर मौजूद सुपरवाइजर सुनीता सिंह ने सभी महिलाओं को योजना और पात्रता के बारे में विस्तार से बताया।
जिलाधिकारी को भेजी जाएगी रिपोर्ट
जांच करने पहुंचे जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उपस्थित शिकायतकर्ता महिलाओं का बयान दर्ज कर लिया गया है। जांच रिपोर्ट तैयार कर जिला अधिकारी को प्रेषित किया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने बताया कि मैं यही की बहू हूं। मेरे अपने ही दयादी के कुछ लोगों द्वारा षड्यंत्र किया गया है। जिनके द्वारा महिलाओं को चढ़ा बढ़ाकर झूठी शिकायत कराई गई है।