मुहम्मदाबाद के कठउत गांव में बीती रात मां-बेटी का गला घोंटकर हत्या किए जाने की जानकारी मिलते ही गांव में सनसनी फैल गयी। सूचना पर मौके पहुंची पुलिस शव को कब्जे में कर कोतवाली ले गयी। घटना का पता चलते ही आईजी वाराणसी के.सत्यनारायण, पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह,अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अभिषेक भारती घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी हासिल की।
कठउत गांव की कौशल्या देवी पत्नी स्व.केदार राजभर अपनी पुत्री मालती देवी पत्नी वीरेंद्र राजभर चितबड़ागांव बलिया व पुत्र गौरी राजभर के साथ रहती थी। रात में गौरी राजभर कहीं निमंत्रण पर गया था। वहां से आने के बाद वह घर के बजाए दूसरे जगह सो गया। रात में मां-बेटी कमरे के अंदर सोयी थी। सुबह जब गौरी घर गया तो देखा कि उसकी मां व बहन कमरे के बाहर मकान के अंदर बने अर्धनिर्मित कमरे में जमीन पर मृत पड़ी है वहीं उनके मुंह से खून निकलकर गिरा हुआ है। यह देख वह रोते बिलखते इसकी जानकारी तुरंत अगल बगल के लोगों को दी।
सूचना पर सीओ श्याम बहादुर सिंह व प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा मय फोर्स मौके पर पहुंचकर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। जानकारी पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक के साथ फोरेंसिक टीम ने सघन जांच शुरू की व मौके से नमूने लिए। घटना को लेकर ग्रामीणों में इस बात की चर्चा रही कि पट्टीदार मोहन राजभर की करीब साढ़े सात मंडा जमीन गौरी ने गांव के संजय राय के साथ मिलकर मुसाफिर राम को 22 लाख में दो वर्ष पूर्व बिकवा दिया था। मोहन का आरोप था कि उसे जमीन का रुपया नहीं मिला है,पूरा रुपया गौरी व संजय ने मिलकर लिया। जमीन का रुपया मुसाफिर को वापस कर जमीन मोहन को देने को लेकर कई बार गांव में पंचायत भी हुई थी।
इस जमीन का रुपया गौरी व संजय को वापस करना था। जब से रुपये का विवाद शुरू हुआ गौरी की पत्नी अपने बच्चों सहित मायके जाकर रहने लगी वहीं गौरी की बहन मालती देवी मासूम पुत्र बाबू के साथ अपनी बूढ़ी मां कौशल्या की देखरेख के लिए मायके कठउत आकर रहने लगी। रात में सोने के दौरान यह घटना घटित हो गयी। पुलिस व गांव के लोग जमीन के रुपये को लेकर ही हत्या का आशंका जता रहे थे। मौके पर पहुंचे आईजी के.सत्यनारायण ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला जमीन बेचने के रुपये के लेनदेन से जुड़ा लग रहा है,वैसे पुलिस कई पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच में लगी है। जल्द ही मामले का खुलासा होने की संभावना है।