गाजीपुर में डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के बैनर तले चल रहे कार्यक्रम डिटॉल डायरिया नेट जीरो और हार्पिक सेफर टॉयलेट फॉर आल के अंतर्गत बिरनो और मरदह ब्लॉक में ग्रामीण क्षेत्र की महिला स्वच्छता प्रहरी के द्वारा विश्व शौचालय दिवस को उत्सव के रूप में मनाया गया।
स्वच्छता प्रहरियों ने प्रभातफेरी निकाली और जनसभा का आयोजन करते हुये लोगों को संदेश दिया कि खुले में शौच करने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। साफ-सफाई में भी बड़ा रोड़ा आता है इसलिए भारत सरकार और राज्य की सरकारें विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा उन लोगों को मदद करती है, जिनके घर शौचालय नहीं है।
महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ पर पड़ता है असर
पहल के राज्य कार्यक्रम अधिकारी सुनील पांडेय ने बताया कि विश्व शौचालय दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को विश्व स्तर पर स्वच्छता के संकट से निपटने के लिए प्रेरित करना है। खुले में शौच करना मतलब बीमारियों को न्योता देना है। खुले में शौच करने का सबसे अधिक दुष्प्रभाव महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे में हमें इन सारी चीजों का बेहद खास ध्यान देना चाहिए।
बीमार होने की बढ़ती है संभावना
खुले में शौच करने से बीमारी होने की सम्भावना बढ़ जाती है। जिला समन्वयक पूजा प्रिय पांडेय ने बताया कि विश्व शौचालय दिवस 2022 अभियान, “अदृश्य को दृश्य बनाना' कहा जाता है। महिलाओं ने रंगोली का आयोजन किया और जनसभा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया कि हर घर में स्वच्छ और सुरक्षित शौचालय हो और सभी लोग इसका उपयोग करें।
जल संसाधनों को प्रदूषित होने से बचाएं
स्वच्छता प्रणाली का उपयोग किया जाए, मानव अपशिष्ट को नदियों, झीलों और मिट्टी में न फैलाया जाए। भूमिगत जल संसाधनों को प्रदूषित होने से बचाया जाए। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान शीला देवी, सचिव राजेंद्र यादव, रामध्यान राही, देवेन्द्र कुमार, प्राथमिक विद्यालय, ब्लाक कम्युनिटी मोबिलाइजर, स्वच्छता प्रहरी आदि उपस्थित रहे।