सेवराई गढ़ी रामलीला समिति ने एक दहेज रहित शादी संपन्न कराने का निर्णय लिया है। समिति के इस निर्णय से स्थानीयों में हर्ष व्याप्त है। तो वहीं गरीब माता-पिता के चेहरे पर बेटी के विवाह को लेकर उम्मीद भी जगी है।
सेवराई तहसील क्षेत्र के स्थानीय गांव में कई दशकों से सेवराई गढ़ी रामलीला समिति द्वारा रामलीला का सजीव मंचन किया जाता है। बीते दिनों नवरात्रि के समय हो रहे रामलीला मंचन के दौरान समिति के सदस्य अश्वनी सिंह ने एक गरीब बेटी का विवाह कराने का प्रस्ताव रखा। इस पर समिति के अन्य सदस्यों ने अपनी सहमति जताते हुए दहेज रहित आदर्श विवाह कराने का संकल्प लिया।
युवती के पिता मजदूरी करके पालन पोषण करते
सेवराई गांव निवासी चेखुरी शर्मा मेहनत मजदूरी का कार्य करते हैं। इनकी पुत्री नीतू शर्मा का विवाह जमानिया क्षेत्र के मलसा गांव निवासी बच्चू लाल विश्वकर्मा के पुत्र अनरजीत विश्वकर्मा से होना तय था। लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के विवाह में कई अड़चनें आ रही थीं। समिति के सदस्य अश्वनी सिंह को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने रामलीला समिति के अन्य पदाधिकारियों के समक्ष दहेज रहित आदर्श विवाह कराने का विचार रखा। जिस पर समिति के अन्य सदस्यों व पदाधिकारियो ने अपनी सहमति जताते हुए संकल्प लिया।
28 नवंबर को विधायक सहित कई लोग मौजूद रहेंगे
रामलीला समिति के सचिव सुमन्त सिंह सकरवार ने बताया कि शुक्ल पक्ष पंचमी को भगवान श्रीराम व सीता का विवाह संपन्न हुआ था। इसी क्रम में रामलीला समिति ने अपने पूर्व घोषणा के अनुसार एक जोड़ा दहेज रहित आदर्श विवाह आगामी 28 नवंबर को करने जा रहा है। इस मौके पर धनुष यज्ञ रामलीला का भी सजीव मंचन किया जाएगा। विधायक ओम प्रकाश सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण आदर्श विवाह में मौजूद रहेंगे।