गाजीपुर जिले के रेवतीपुर क्षेत्र के नवली गांव स्थित पशुधन प्रसार केंद्र जर्जर हो चुका है। इसका कायाकल्प व उच्चीकरण कराने का काम महकमे की उदासीनता से नहीं शुरू हो सका है। इसके चलते पशुपालकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। क्षेत्रीय निवासी जहिंदर, राजू गुप्ता,अमित पांडेय, विनोद गुप्ता, लादू सिंह, गुड्डू पांडेय आदि पशुपालकों ने बताया कि यहां पशुधन प्रसार अधिकारी तैनात तो हैं लेकिन दवाएं तक उपलब्ध नहीं रहती हैं। उपलब्ध दवाओं से उन्हें किसी तरह पशुओं का इलाज करना पड़ता है।
गंभीर रोग से ग्रसित पशुओं को लेकर लोगों को दूसरे सुदूर तो शायद क्षेत्र के पशुपालकों को समय से बेहतर इलाज मिल सकेगा। पशुपालकों ने बताया कि इसके उच्चकृत होने से क्षेत्र के लोगों को अपने पशुओं को लेकर इधर उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। साथ ही शासन की मंशा भी पूरी हो सकेगी। मालूम हो कि महकमे के द्वारा यह प्रस्ताव बीते 2021 दिसम्बर में शासन को भेजा गया। इस पर शासन ने हरी झड़ी देने के साथ ही धनराशि भी अवमुक्त कर दिया था। बावजूद महकमा आज तक इसका उच्चीकरण व कायाकल्प शुरू नहीं करा सका।
गंभीर रोग से ग्रसित पशुओं को लेकर लोगों को दूसरे सुदूर तो शायद क्षेत्र के पशुपालकों को समय से बेहतर इलाज मिल सकेगा। पशुपालकों ने बताया कि इसके उच्चकृत होने से क्षेत्र के लोगों को अपने पशुओं को लेकर इधर उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। साथ ही शासन की मंशा भी पूरी हो सकेगी। मालूम हो कि महकमे के द्वारा यह प्रस्ताव बीते 2021 दिसम्बर में शासन को भेजा गया। इस पर शासन ने हरी झड़ी देने के साथ ही धनराशि भी अवमुक्त कर दिया था। बावजूद महकमा आज तक इसका उच्चीकरण व कायाकल्प शुरू नहीं करा सका।