बरेसर थाना के सुतिहार गांव निवासी रामजी यादव की हत्या उनके बेटी के प्रेमी भईयालाल यादव ने रंगे हाथों पकड़े जाने पर की थी। पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने मंगलवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर इसका पर्दाफाश किया। इसके बाद आरोपित भइयालाल को जेल भेज दिया गया।
रामजी का शव पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन के पास पिछले 27 नवंबर को लहूलुहाल हाल में मिला था। पंचायतनामा की कार्रवाई के उपरांत ग्रामीण द्वारा दुर्घटना को घटना होना बताया जाने लगा। वहीं मृतक की पत्नी मीना यादव ने भी अपने पति की मृत्यु सड़क दुर्घटना के बावत लिखित तहरीर थाना बरेसर में दिया था। इस पर पुलिस ने अज्ञात के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया। विवेचक उपनिरीक्षक रोहित कुमार द्विवेदी द्वारा मृतक के पंचायत नामा को तैयार किए जाने के दौरान स्थलीय परीक्षण-किया गया।
पुलिस टीम द्वारा गहराई से निरीक्षण करने के उपरांत प्राइमरी स्कूल के दक्षिणी ओर शौचालय के पास कुछ खून की तरह मिट्टी मे धब्बे दिखाई दिए। पुलिस ने ममाले की जांच के लिए प्रभारी निरीक्षक बरेसर, फोरेंसिक टीम, सर्विलांस प्रभारी व एसओजी प्रभारी टीमों का गठन कर लगाया। आदेश के 24 घंटे के अंदर ही पुलिस टीम ने अभियुक्त भईयालाल यादव पुत्र राम आसरे ग्राम सुतिहार थाना बरेसर को 28 नवंबर को सुतिहार अंडरपास हाइवे के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आला कत्ल भी बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त भईयालाल यादव पुत्र राम आसरे यादव ग्राम सुतिहार थाना बरेसर का रामजी यादव से गहरी मित्रता थी। ऐेसे में भईयालाल का रामजी यादव के घर आना जाना लगा रहता था। इस दौरान रामजी की पुत्री से भईयालाल का प्रेम प्रसंग चलने लगा और आये दिन दोनों मिलते रहते थे।
इसकी जानाकारी होने पर 26-27 नवंबर की रात रामजी अपनी पुत्री का घर से निकलने पर पीछा करते हुए प्राईमरी स्कूल पर आया था, जहां पर भईयालाल व अपनी पुत्री को आपस में बातचीत करते हुए देख लिया और आगबबूला हो गया। पिता को देख पुत्री मौके से भाग गयी। वहीं भईयालाल ने बगल में रखे रम्मे से रामजी के सिर पर वार कर दिया। रम्मे के वार से मृतक कि मृत्यु हो गयी तो भईयालाल ने हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को सर्विस लेन सड़क पर लाकर रख दिया।