डीएम आर्यका अखौरी के निर्देश पर आज गाजीपुर जिले के रेवतीपुर थाना क्षेत्र के नवली ग्राम प्रधान का करीब डेढ माह से चल रहे खाली पद पर कार्यवाहक ग्राम प्रधान के चयन के लिए सदस्यों की बैठक आहूत किया गया। मालूम हो कि इस नवली ग्राम पंचायत में कुल 15 सदस्य है,सुबह दस बजे से ही सदस्यों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
करीब तीन घंटे बाद भी 15 सदस्यों में से महज 8 सदस्य ही इस बैठक में पहुंचे ,गठित टीम ने अन्य सदस्यों का काफी देर तक इंतजार किया मगर बाकी सदस्य नहीं पहुंचे। शेष अन्य ग्राम पंचायत सदस्यों के न पहुंचने से जरूरी दो तिहाई सदस्यों की अनुपस्थिति के चलते पंचायत की बैठक शुरू नहीं हो सकी।
संख्याबल के अभाव में रद्द की बैठक
जिस पर खंड विकास अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राणा के नेतृत्व में गठित टीम ने कोरम के अभाव में इस बैठक को रद्द कर दिया। इसके तुरंत बाद टीम के द्वारा डीएम को पूरी आख्या रिपोर्ट बना प्रेषित कर दिया गया। वहीं प्रशासन ने किसी भी सम्भावित स्थिति से निपटने के लिए जमानिया सीओ विजय आनंद शाही, रेवतीपुर थानाध्यक्ष प्रशांत चौधरी समेत कई थानों की भारी पुलिस बल के साथ ही महिला व पुरूष आरक्षी समेत मौजूद रहे।
बैठक शुरू होने से पहले ही सदस्यों सहित दोनों पक्षों के समर्थकों व स्थानीय ग्रामीणों में गहमागहमी बढ गई थी। पंचायत भवन परिसर में आहूत बैठक में गठित टीम व सदस्यों को छोड़कर किसी को जाने की अनुमति नहीं थी।
मालूम हो कि नवली में कुछ वर्षों पहले हुए हत्या के मामले में विगत करीब एक माह पहले न्यायालय के द्वारा ग्राम प्रधान जमशेद राईनी को आजीवन कारावास की सजा होने के बाद से ही यह पद रिक्त चल रहा है। इस संम्बध में रेवतीपुर खंड विकास अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राणा ने बताया कि जरूरी सदस्यों के बैठक में न पहुंचने से बैठक को रद्द कर दिया गया।