गाजीपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में अब स्वच्छता अभियान को मूर्त रूप मिलेगा। गांव-गांव कूड़ा घर बनाकर एकत्र करने से उनके निस्तारण तक कार्य होगा। साफ-सफाई और जगह-जगह कूड़ों के अंबार से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी। करीब 84 गांव को इसके लिए चिह्नित किया गया। पांच से दस हजार आबादी वाले गांव में कूड़ाघर के निर्माण पर 25 से 30 लाख और इससे अधिक आबादी वाले गांवों पर करीब एक से डेढ़ करोड़ खर्च कर निर्माण कराया जाएगा।
शहरी इलाकों में तो नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत की ओर से कूड़ा उठान से लेकर साफ-सफाई तक के कार्य कराए जा रहे हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सफाई कर्मी तो तैनात हैं, लेकिन स्थिति यह है कि साफ-सफाई तो दूर, जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। ऐसे में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा उन क्षेत्रों पर अधिक मंडराता है।
इस स्थिति में जरूरी है कि कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था जाए। इस स्थिति को देखते हुए जिला पंचायत राज विभाग की ओर से शासन के निर्देश पर जनपद के 84 गांवों का चयन प्रथम चरण में किया गया है, जहां कूड़ा घर का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही गांव के प्रमुख स्थानों पर डस्टबिन रखने के साथ कूड़ा उठान की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे प्रत्येक मुहल्लों से निकलने वाला कूड़ा इधर- उधर न फेंका जाए। इस संबंध में डीपीआरओ अंशुल मौर्या ने बताया कि जनपद में 84 गांवों में कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था होगी, जिससे गांवों में इधर-उधर कूड़े का ढेर न लगा रहे।