गाजीपुर में हमीद सेतु से ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन धड़ल्ले से हो रहा है। पुलिस की मिलीभगत से बेधड़क रात के अंधेरे में बदस्तूर जारी है। लोगों ने मांग किया कि अगर इन ओवरलोड वाहनों का संचालन सेतु से बंद नहीं किया तो लोग सड़क पर उतरने को विवश होगें। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
स्थानीयों का आरोप है कि पुलिस ने खुद वाहन चालकों से कहा है कि जो भी सामान लेकर जाना हो, त्रिपाल से पूरी तरह से ढककर ले जाया जाए, ताकि यह न पता चले कि ओवरलोड ट्रेलर, डीसीएम आदि वाहनों पर कौन सा सामान लदा है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि पुल से होकर गुजरने वाले सभी तरह के भारी वाहनों को पुलिस पुल से काफी दूर सीमावर्ती थाने के समीप सड़क किनारे बिहार व जमानियां की तरफ खड़ा करवाती है, ताकि लोगों व पुलिस के आलाधिकारियों को यह अंदाजा न होने पाए कि ये वाहन किस ओर जाएंगे।
अधिकारियों पर मोटी रकम लेने का आरोप
स्थानीयों का कहना है कि इसमें संलिप्त पुलिस कर्मी व अन्य बिचौलिए पूरी तरह सक्रिय हो उठते हैं। सबसे पहले हमीद सेतु के दोनों तरफ सुहवल, रजागंज, सुखदेवपुर लोकेशन सही मिलते ही धीरे धीरे ये ओवरलोड वाहन पुल पर बेखौफ फर्राटा भरते हुए गुजरते हैं। इसके एवज में मोटी रकम भी उपलब्ध कराई जाती है। अगर यही हाल रहा तो भविष्य में गुजरात के मोरबी हादसा होने की आशंका है।
ओवरलोडिंग वाहनों का खेल रात के समय ज्यादा
लोगों का यह भी कहना है कि ये ओवरलोडिंग का खेल दस बजे से लेकर तीन बजे के बीच चलता है। सुबह होने से पहले ही पुलिस अपने को पाक साफ दिखाने में जुट जाती है। इस संबंध में सदर एसडीएम प्रतिभा मिश्रा ने बताया कि ओवरलोडिंग किसी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। बताया कि अभियान चलाकर इसमें लिप्त लोगों के पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।