गाजीपुर जिले के जमानियां में ओवरलोड वाहनों पर रोक की हर कवायद फेल हो रही है। यही कारण है कि हमीद सेतु से होकर गुजरने वाले इन ओवरलोड वाहनों के दबाव के चलते हमीद सेतु के P-12 के समीप सेतु के 'मुख्य एप्रोच क्षतिग्रस्त होने के साथ ही मुख्य सड़क के बीचो-बीच दरार पड़ने लगी है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि बावजूद पुलिस की मिली भगत से बड़े ओवरलोड वाहनों का संचालन बंद न होने से इस सेतु के एक बार फिर क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ गई है।
बावजूद ट्रैक्टर, डीसीएम, ट्रेलर ओवरलोड विभिन्न समान लदे वाहनों को पुलिस अब रात के पहर सन्नाटे में आगे जाने की हरी झंडी दे रही है। ग्रामीणों का कहना है कि गुजरात में हुए हादसे के बाद भी पुलिस को लगता है कोई सबक नहीं मिला। लोगों ने बताया कि पुलिस का कहना कि पाकेट गर्म करो और धड़धड़ाते हुए पुल पार करो।
पुल से ओवरलोड वाहन आराम से गुजर जाए इसके लिए रजागंज व सुहवल पुलिस के साथ ही इसमें लिप्त लोग मोबाइल से एक दूसरे के सम्पर्क में रहते है। अगर किसी बड़े अधिकारी के आने की भनक मिली तो गुजरने वाले इन ओवरलोड वाहनों को मार्ग से दूर हटा एकातं जगह पुलिस खड़ा करवा देती है, रूट क्लियर मिलते ही इन ओवरलोड वाहनों को पुलिस अपने लोकेशन से सुरक्षित पुल पार करा देती है।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अगर इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जाए तो कई पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है । लोगों ने बताया कि रात के पहर पुलिस लगे हाईटगेज बैरियर के उपरी हिस्से को हटा देती है, ओवरलोड वाहनों के जाने के बाद उस गर्डर को फिर उसी जगह रखवा देती है। डीएम आर्यका अखौरी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है दोषी के खिलाफ जांचोपरांत कार्रवाई तय है।