ताड़ीघाट-बारा मार्ग नेशनल हाइवे 124 सी पर यूपी-बिहार को जोड़ने वाले कर्मनाशा पुल से अब भारी वाहन नहीं गुजर पाएंगे। एनएचएआई ने पुल के दोनों तरफ हाइट गेज वैरियर लगाने का काम शुरू कर दिया है। हफ्ते भर में हाइट गेज लगने का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद पुल से भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा। एनएचएआई की रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।
यूपी-बिहार को जोड़ने वाला कर्मनाशा पुल लगातार भारी वाहनों के आवागमन के कारण कमजोर हो रहा था। लोक निर्माण विभाग ने पहले ही भारी वाहनों के लिए इस पुल को असुरक्षित बताया था। पुल क्षतिग्रस्त होने का बोर्ड भी लगाया था। बावजूद इसके पुल से भारी वाहनों का आवागमन जारी रहा। मोरबी हादसा के बाद जिला प्रशासन पुलों को लेकर अलर्ट है। पुलों के रख रखाव को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
लोक निर्माण विभाग ने कर्मनाशा पुल का सर्वे किया। जिला प्रशासन को सुझाव दिया गया कि पुल की मरम्मतीकरण तक भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया जाए। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देश पर बारा कर्मनाशा पुल से भारी वाहनों को रोकने के लिए हाइट गेज लगाने का काम शुरू हो चुका है। अब इस पुल से सिर्फ हल्के वाहन 20 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से ही गुजर सकेंगे।
देवल से घूमकर जाएंगे बड़े वाहन
कर्मनाशा पुल पर हाइट गेज लगने के बाद ट्रक व बड़े वाहनों को देवल-रामपुर कर्मनाशा पुल से होकर जाना पड़ेगा। हालांकि, देवल कर्मनाशा पुल के तीन नंबर पाया का स्लैब भी वर्ष 2018 में तीन इंच धंस गया था। इस लिहाज से देवल कर्मनाशा पुल भी क्षतिग्रस्त है, लेकिन लोक निर्माण की ओर से उस पुल का सर्वे नहीं किया गया है।
इस बाबत एसडीएम राजेश प्रसाद चौरसिया ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर कर्मनाशा पुल पर हाइट गेज लगाने का कार्य शुरू हो गया है। 10 फीट की ऊंचाई पर हाइट गेज रहेगा। किसी भी हाल में बड़े भारी वाहनों का प्रवेश नहीं होने दिया जाएगा।