गाजीपुर में गुजरात की मोरबी घटना के बाद जिला प्रशासन पुलों को लेकर अलर्ट मोड में नजर आ रहा है। जिले के विभिन्न पुलों के रख रखाव को लेकर खास सतर्कता बरतने का दावा किया जा रहा है। सबसे बड़े पुल हमीद सेतु पर ओवरलोड वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है। ग़ाज़ीपुर में गंगा नदी पर बने इस पुल की कई बार मरम्मत हो चुकी है, जबकि इंजीनियरों ने इस पुल पर भार ढोने की क्षमता में कमी आने की बात भी जाहिर की है। ऐसे में हमीद सेतु पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी का दावा है कि हमीद सेतु पर हाइट बैरियर और सीसीटीवी के जरिये निगरानी की जा रही है। जिससे किसी भी तरह के खतरे से बच जा सके। फिलहाल ग़ाज़ीपुर में अन्य किसी भी पुल को लेकर किसी भी तरह के टेक्निकल डैमेज की बात सामने नहीं आई है। लेकिन जिले के अन्य पुलों की भी जांच की जा रही है। जिले के सभी पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
गाजीपुर को दो भागों में बांटने वाले गंगा नदी पर बना हमीद सेतु जिले के सैकड़ों गांव के साथ बिहार राज्य को जोड़ने वाला एक मात्र ब्रिज है। ये ब्रिज कई बार ओवर लोड वाहनों की वजह से डैमेज हो चुका है। जिसकी रिपेयरिंग के लिए जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में कई बार आवागमन पर पूर्णतया रोक लगाई गई थी।