कृषि विभाग पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए ब्लाकस्तर तीन सदस्यीय तीन-तीन टीमों का गठन कर दिया है। टीम किसानों को पराली जलाने से रोकने के साथ इससे होने वाले नुकसान की जानकारी भी देगी। ब्लाकों में चलने वाले हार्वेस्टर में एसएमएस (एक्स मैनेजमेंट सिस्टम) की जांच करेंगे। जिन हार्वेस्टर में यह सिस्टर नहीं होगा, उसे सीज किया जाएगा।
जिला प्रशासन ने पराली जलाने से रोकने के लिए अर्लट मोड में आ गया है। अब किसान व आम जनता पराली को जलाने से रोकने के लिए मशीनों और साधनों की आपूर्ति के लिए कृषि विभाग से जानकारी ले सकते हैं।
इसके लिए विभाग जिले में 48 टीम बनायी गयी है। टीम में विभागीय कार्मिक सहित लेखपाल को शामिल किया गया है। टीम गांवों में किसानों को पराली नहीं जलाने को लेकर जागरूक करेंगी। वहीं इससे होने वाले नुकसान की जानकारी सहित इससे बचाव के तरीके बताएगी।