गाजीपुर जिले के जमानियां में रेलवे की उदासीनता के चलते ताडीघाट दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर चलने वाली एकमात्र पैसेंजर ट्रेन के कोचों के शौचालयों, पेयजल बूथों की सफाई व्यवस्था न होने से दुर्व्यवस्था का आलम है। जिसके चलते यात्री शौचालय में जाने से कतराते हैं। जबकि प्यास लगने पर ट्रेन के कोच में स्थित पेयजल बूथों में गंदगी के कारण बाहर का पानी खरीदकर प्यास बुझाते हैं।
ट्रेन के कोचों में गंदगियों के चलते सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना फ्लाप साबित हो रही है। प्रमोद, राजकुमार, शिवमुनी, राधेश्याम, जीऊत,सिंहासन आदि यात्रियों व स्थानीय लोगों ने बताया कि शौचालयों व पेयजल बूथों से निकलने वाली दुगंध के बोगियों में फैलने से यात्रा करना दुरूह साबित हो रहा है। बावजूद महकमा पूरी से लापरवाह बना हुआ है।
हजारों यात्री प्रतिदिन करते हैं अप-डाउन
यात्रियों व अन्य लोगों ने बताया कि इन गंदगियों के चलते रेलवे की सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहा है। बताया कि इस लापरवाही के कारण यात्रियों को यात्रा करते समय काफी विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यात्रियों ने बताया कि इसको लेकर पूर्व में कई बार मंडल कार्यालय को अवगत कराने के बाद भी दुर्व्यवस्था का आलम है। 19 किमी लम्बे ब्रांच लाइन पर चलने वाली आठ बोगियों वाली पैसेन्जर ट्रेन दिन में तीन बार अप-डाउन करती है। जिससे की प्रतिदिन हजारों यात्री विभिन्न गन्तव्यों को आते जाते हैं।
स्वच्छता अभियान की उड़ रहीं धज्जियां
बताया कि यात्री सुविधाओं की बात की जाए तो ट्रेन में सफाई व्यवस्था को लेकर महकमा पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है। लोगों ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई व जागरूकता अभियान चलाने का दम्भ भरता है, मगर हकीकत कोसों दूर है। सरकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई व्यवस्था बनाए रखने व किसी भी तरह के संक्रामक बिमारी न फैले लाखों रूपये खर्च कर रही है। मगर रेलवे की इस उदासीनता के कारण सरकार का यह अभियान परवान नहीं चढ़ पा रहा है।
पीआरओ बोले- जांच कराकर होगी कार्रवाई
पीआरओ दानापुर पृथ्वी राज ने बताया कि विभाग का प्रयास ट्रेनों को स्वच्छ करने जा ताकि यात्रियों को असुविधाओं का सामना न करना पड़े। बताया कि सफाई न होने की जांच करा लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।