सैदपुर नगर पंचायत द्वारा सरकारी धन से नगर में कराए जा रहे निर्माण कार्यों में मानक की धज्जियां उड़ाते हुए, नगर निधि की बंदरबांट की जा रही है। जिसके कारण आमजन को निर्माण के उद्देश्य अनुरूप सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। बनने के कुछ दिनों से लेकर कुछ माह में ही घटिया निर्माण कार्य सिर्फ निर्माण का अवशेष बनकर रह जा रहे हैं।
ठेका देकर नौकरशाह नहीं जाते गुणवत्ता देखने
निर्माण कार्यों में खुलेआम 3 और 4 नंबर के ईंट और निर्माण के लिए बेहद घटिया मानी जाने वाली पाउडर जैसी गंगा की सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा है। बावजूद इसके निर्माण कार्यों का ठेका देने के बाद मौके पर निरीक्षण के लिए ना तो कभी जेई पहुंच रहे हैं और ना ही अधिशासी अधिकारी। किस कारणवश जिम्मेदार बनकर बैठे यह नौकरशाह ठेकेदार पर आंख बंद कर विश्वास कर रहे हैं। यह आम जन को भी खूब समझ में आ रहा है।
आमजन के विरोध पर ठेकेदार कहते हैं ऐसे ही काम का आर्डर है
निर्माण स्थल पर जब लोग इसका विरोध करते हैं, तो ठेकेदार उन्हें ऐसे ही काम कराने का आर्डर बता देता है। कहता है अधिकारी आएंगे तो पूछ लीजिएगा। निर्माण स्थल के आसपास के आम लोग शिकायत के लिए मौके पर अधिकारियों का इंतजार करते रह जाते हैं। लेकिन कभी भी यह जिम्मेदार अधिकारी निरीक्षण के लिए निर्माण स्थल नहीं जाते। यह हाल है सैदपुर नगर पंचायत द्वारा कराए जा रहे, विकास के निर्माण कार्यों का।
लाल बालू और सेमा ईट से चल रहा नाली का निर्माण
नगर के वार्ड संख्या चार स्थित सोनकर बस्ती में लाखों रुपए से नगर पंचायत द्वारा कराए जा रहे नाली निर्माण का यही हाल है। जहां खुलेआम निर्माण कार्य में मानक की धज्जियां उड़ाते हुए, घटिया ईंट और सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा है। सभासद सुनील कुमार यादव ने बताया कि इस संबंध में कई बार अधिशासी अधिकारी और जेई विवेक कुमार बिंद से शिकायत किया गया। लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों ने कुछ करना तो दूर, अब तक यह निर्माण स्थल पर झांकने नहीं गए। जिलाधिकारी को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
न जानकार अधिकारियों ने कहा कि जानकारी लेकर होगी कार्रवाई
मामले में पूछे जाने पर अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि निर्माण कार्य की उनको जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी। जेई विवेक कुमार बिंद ने बताया कि मामले की जानकारी लेकर, निर्माण में घटिया ईंट और सफेद बालू के प्रयोग को रोका जाएगा।