समाजवादी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन से दुखी समाजवादी पार्टी के विधायक ओमप्रकाश सिंह ने इस बार दीपावली नहीं मनाई। ओमप्रकाश सिंह के पैतृक गांव सेवराई स्थित आवास दीपावली के पर्व पर सूना नजर आया। दीपों की जगमगाहट वाले इस त्यौहार में विधायक आवास प्रकाशहीन देखने को मिला। मालूम है कि ओमप्रकाश सिंह स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी लोगों में शुमार रहे है।
दरअसल गाजीपुर के रहने वाले ओमप्रकाश सिंह खांटी समाजवादी नेता है। मुलायम सिंह सरकार में मंत्री रहे हैं। अखिलेश यादव सरकार में भी कैबिनेट मंत्री के रूप में काम करते रहे। स्व. मुलायम सिंह यादव से बेहद लगाव रखने वाले ओमप्रकाश सिंह अपने नेता मुलायम सिंह यादव के निधन से काफी दुखी हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस बार दीपावली का त्यौहार नहीं मनाया।
कहा-दीपावली का त्यौहार नेताजी के बिना फीका है
उन्होंने कहा कि दीपावली के त्यौहार का प्रकाश नेताजी के बिना प्रकाशहीन सा महसूस हो रहा है। जब नेताजी जीवित थे तो हम लोगों के लिए सदा दिवाली सा लगता था। आज उनके बिना दीपावली सूनी सूनी है। कहाकि नेता जी के निधन से देश और समाज में विचार की जो रिक्तता आई है ,उसकी भरपाई असंभव है। वह पथ प्रदर्शक रहे।
1989 में पहली बार विधायक बने थे ओमप्रकाश सिंह
1989 में पहली बार विधायक बने ओमप्रकाश सिंह का सियासी सफर काफी लंबा है। अब तक सात बार विधायक रह चुके ओम प्रकाश सिंह कई बार विभिन्न विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। पिछली अखिलेश सरकार में पर्यटन मंत्री के रूप में काम कर चुके ओमप्रकाश सिंह वर्तमान में जमानिया विधानसभा से विधायक है।
समाजवादी पार्टी की स्थापना के वक्त से मुलायम सिंह के बेहद करीबी रहे ओम प्रकाश सिंह ने उनके साथ 9 वर्षों तक संगठन के बड़े पदों की जिम्मेदारी भी संभाली है। इतना ही नहीं ओम प्रकाश सिंह एक बार गाजीपुर के सांसद भी रह चुके हैं।