गाजीपुर में एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होनी है। जिसको लेकर जमानियां में विपणन विभाग किसानों से धान खरीद की तैयारियों में जोर-शोर से जुटा हुआ है। 14 अक्टूबर को जारी हुए धान खरीद नियमों में सरकार ने इस बार किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए धान क्रय केंद्र के संचालकों पर शिकंजा कसने का मूड बना लिया है।
जिला विपणन अधिकारी रतन शुक्ला ने बताया कि केन्द्र प्रभारियों को अब प्रतिदिन सुबह सात बजे केंद्र पर पहुंचकर अपना लोकेशन ऑनलाइन जीओ टैंग किए गए केंद्र के साथ सेल्फी खींचकर भेजना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी के साथ ही केंद्र बंद होने तक वह अपने लोकेशन पर लाइव मौजूद रहेंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही की जाती है या शिकायत मिलती है तो सम्बन्धित पर तत्काल कार्रवाई किया जायेगा ।
धान खरीद में किसानों की मिलती थी शिकायत
उन्होंने बताया कि धान खरीद के समय संचालकों के गायब रहने कि शिकायत आए दिन मिलती थी। जिसके कारण किसानों को तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता था। किसान रात से ही ट्रैक्टर पर धान लादकर तौल कराने के इंतजार में खड़े रहते और केंद्र संचालक गायब रहा करते थे ।
जीओ टैगिंग का हो रहा काम
किसानों ने बताया कि सरकार के इस निर्णय से धान बेचने वाले किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी।किसानों ने बताया कि इसके पहले प्रभारी आराम से आफिस टाइम दस बजे आते थे,लेकिन अब उन्हें समय से आना होगा समय से जाना होगा। जमानियां क्षेत्र में किसानों से धान खरीद के लिए कुल सात केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इन केंद्रों की जांच कर जीओ टैगिंग का कार्य किया जा रहा है।
लापरवाही मिलने पर होगी कार्रवाई
जिला विपणन अधिकारी रतन शुक्ला ने बताया कि सभी केंद्रों पर कांटा,तिरपाल, किसानों को पीने के लिए पानी, काँटे व बांट का सत्यापन, बोरे की व्यवस्था कर ली गई है। धान केंद्र खोलने में यदि किसी संचालक की और से कोई लापरवाही की जाती है तो उस पर जांच कर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।