सैदपुर नगर स्थित महिला अस्पताल की दुर्दशा को दर्शाते हुए, बीते शनिवार को प्रकाशित की गई "ढिबरी युग में चल रहा है। सैदपुर महिला अस्पताल" का असर हुआ है। खबर लगने के 12 घंटे बाद ही महिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनवर्टर की खराब बैटरी को बदलकर, उसके स्थान पर नई बैटरी लगा दी गई। जिससे महिला अस्पताल की कर्मचारियों सहित अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों में हर्ष व्याप्त है।
गौरतलब है कि सैदपुर नगर स्थित महिला अस्पताल बीते एक दशक से उपेक्षा का दंश झेल रहा है। अस्पताल का भवन बेहद जर्जर हो चुका है। अस्पताल में ओवरहेड टैंक नहीं होने के कारण, बिजली रहने पर ही पेयजल की टोंटियो से पानी आता है। कुछ महीनों से अस्पताल में लगे इनवर्टर की बैटरी भी खराब हो गई थी। जिसके कारण यहां प्रसव के लिए आने वाले गर्भवती महिलाओं को बिजली कट जाने की दशा में मोमबत्ती, टॉर्च और मोबाइल की रोशनी से प्रसव कराना पड़ रहा था।
अधीक्षक ने कहा अन्य समस्याओं का भी होगा जल्द निवारण
इन्हीं समस्याओं को दर्शाते हुए बीते शनिवार को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था। जिसपर सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ संजीव कुमार सिंह ने आश्वासन दिया था कि बजट के अभाव के बावजूद, जल्द ही महिला अस्पताल की खराब इनवर्टर बैटरी को बदला जाएगा। जिसके क्रम में अधीक्षक द्वारा रविवार की सुबह लगभग 10 बजे महिला अस्पताल में इनवर्टर की नई बैटरी लगवा दिया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ संजीव सिंह ने बताया कि महिला अस्पताल में व्याप्त अन्य समस्याओं से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। जल्द ही महिला अस्पताल में व्याप्त अन्य समस्याओं को भी दूर कर दिया जाएगा।