मुहम्मदाबाद में बुधवार को जगह-जगह पंडालों से मां की प्रतिमा का विसर्जन हुआ। लेकिन क्षेत्र में सभी प्रतिमा का विसर्जन गुरुवार को होगा। कल कुछ ही मूर्तियों को विसर्जित किया गया। प्रथा के अनुसार, बहुत से स्थानों पर विजय दशमी को ही पंडालों में स्थापित मूर्तियों को पूजा के समापन के साथ ही विसर्जित कर दिया जाता है। मुहम्मदाबाद सहित कई जगहों पर विजयादशमी के अगली दिन मूर्ति विसर्जन की परंपरा है।इसके लिए चिह्नित स्थानों पर मूर्ति विसर्जन के लिए विशेष पोखरे का निर्माण करा दिया गया है।
विसर्जन के लिए मुहम्मदाबाद इलाके के कई विशेष पोखरे प्रशासन की देखरेख में बनाए गए हैं। इनमें से एक गौसपुर गांव के पास में गंगा नदी के किनारे बनाया गया है। गौसपुर रामलीला समिति के अध्यक्ष और पूर्व ग्राम प्रधान कलीम खान उर्फ झंन्ने ने बताया कि मुहम्मदाबाद में विजयादशमी के अगले दिन पूजा पंडालों में लगी मूर्तियों के विसर्जन की प्रथा है। ऐसा इसलिए है कि गांव से कुछ किमी. की दूरी पर मुहम्मदाबाद इलाके का बहुत चर्चित बालापुर गांव में दशहरा का मेला लगता है।
कल शाम 3 से 4 मूर्तियों का हुआ विसर्जन
इस मेला के भ्रमण के बाद लोग मुहम्मदाबाद कस्बे में बने दुर्गा पूजा पंडाल के साथ ही क्षेत्र के अलग-अलग पूजा पंडालों में जाकर मां दुर्गा के दर्शन करते हैं। ऐसे में मुहम्मदाबाद इलाके में विजयादशमी के अगले दिन पूजा समिति के लोग ही पूजा पंडालों पर लगी मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। ज्यादा विसर्जन विजयादशमी के अगले दिन किया जाता है। इस साल बुधवार (विजयादशमी) के दिन गौसपुर में विसर्जन के लिए बने विशेष तालाब में महज 4 मूर्ति विसर्जित की गई। पिछले साल गौसपुर में बने विसर्जन के लिए पोखरे में कुल 42 से 45 मूर्तियों का विसर्जन किया गया था।
नदी के बजाय कृत्रिम पोखरे में करते हैं विसर्जित
कलीम खान ने आगे बताया कि उनके गांव के करीब से ही गंगा नदी प्रवाहित होती है। लेकिन वह लोग प्रशासन के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए विसर्जन के लिए हर साल बनाए जाने वाले विशेष तौर पर निर्मित पोखरे में मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। इस साल भी विसर्जन के लिए बनाए गए पोखरे की खुदाई जेसीबी से कराई गई। फिर पम्पिंग सेट से उस पोखरे में पानी भरा गया। पिछले दिनों में पोखरे के मानक अनुरूप निर्माण को लेकर मुहम्मदाबाद एसडीएम हर्षिता तिवारी सहित कई अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया। विसर्जन के लिए बना पोखरा प्रशासन के मानक के अनुरूप पाया गया है।