गाजीपुर जनपद के जमानियां तहसील क्षेत्र के नगर व ग्रामीण इलाकों में जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते शासन की महत्वाकांक्षी गावों में बन रहे नए पंचायत भवनों के निर्माण में लेटलतिफी व हीलाहवाली के कारण इन्हें मिनी सचिवालय का रूप देने की मंशा परवान नहीं चढ़ पा रही है।
जमानिया तहसील क्षेत्र के 130 ग्राम पंचायतें जिनकी आबादी करीब साढ तीन लाख है। चार साल बाद भी 20 पंचायत भवन निर्माणाधीन हैं। जबकि 110 का ही निर्माण पूरा हो सका है। वहीं बन कर तैयार हो चुके भवनों में 90 ही हैंड ओवर किए गए हैं। शेष 20 पंचायत भवनों पर ताला लटक रहा है।
22 करोड़ की लागत से शुरू किया गया था निर्माण
उमेश, धर्मेन्द्र, सुखदेव, अभिषेक, मिंटू, राजू आदि ग्रामीणों ने बताया कि 2018-19 में करीब 22 करोड़ कि लागत से इन पंचायत भवनों का निर्माण शुरू कराया गया था। जिन्हें 2019 के अंत तक बनकर तैयार हो जाना था। लेकिन अभी तक यह निर्माणधीन हैं। निर्माणाधीन इन भवनों को पूरा करने के लिए शासन के द्वारा जुलाई माह तारीख निर्धारित थी ,बावजूद इसके निर्माण आज तक अधूरा है।
पंचायत भवनों को तीन श्रेणियों में गया था बाटां
ग्रामीणों ने बताया कि रमवल, सुगवलियां, सोनवल और भगीरथपुर में भवन का निर्माण आज भी अधूरा है, बनने वाले इन पंचायत भवनों को तीन श्रेणियों में बाटां गया है। पहली श्रेणी में 14 लाख में दो कमरे, हाल, बाउंड्रीवाल, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था और बरामदा बनाया जाना है।
ग्रामीणों ने जताया रोष
इसी तरह दूसरी श्रेणी में लगभग 16 लाख 25 हजार से चार कमरे और तीसरी श्रेणी में लगभग 20 लाख से आठ कमरे वाले पंचायत भवन बनाए जाने हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर समय से पंचायत भवन बन जाता तो इसके संचालन के बाद ग्रामीणों को समस्याओं के लिए ब्लॉक व जिला मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ता।
सीडीओ ने कहा- जल्द पूरा होगा निर्माण
पंचायत भवनों का निर्माण पूरा होने के बाद नवनिर्मित ग्राम सचिवालयों में ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल और कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि की तैनाती रहेगी। सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने बताया कि जल्द ही इनका निर्माण पूरा करा लिया जाएगा, जिसके बाद पंचायत भवनों में कर्मचारियों की तैनाती कर दी जाएगी।