स्वास्थ्य महकमें के जिम्मेदारों के उदासीनता के कारण गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र स्थित विभिन्न जगहों पर स्थित सामुदायिक व पीएचसी स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों व तीमारदारों सहित स्वास्थ्य कर्मचारियों को सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद शुद्ध पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। रूबी खां, सीमा पांडेय, गुडिया देवी, संतोष चौधरी, गुड्डू यादव, राकेश कुमार आदि लोगों ने बताया कि इसके कारण मजबूरी में इन्हें बाजार से आरो या बंद बोतल का पानी खरीदकर अपने साथ लाने को विवश होना पड रहा है।
महकमें के अनुसार जमानियां में दो सीएचसी ,आठ पीएचसी केन्द्र है। इन सरकारी अस्पतालों में सैकडों गांव के हजारों मरीज प्रतिदिन आते हैं। यही नहीं इस सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 14 डॉक्टरों समेत महकमें के करीब 125 कर्मचारी भी तैनात है। ग्रामीणों ने बताया कि दशको पहले लाखों की लागत से दस स्वास्थ्य केन्द्रों में से महज 4 जगहों पर दो हजार लीटर क्षमता वाले टंकी का निर्माण कराया गया, जो वह भी अब दूषित जल उगल रही है। शेष 6 स्वास्थ्य केन्द्रों पर आज तक महकमा खुद के कर्मचारियों व आने वाले मरीजों व तीमारदारों के लिए टंकी का निर्माण नहीं करा सका।
बाहर से पानी खरीदने को मजबूर
जिसके कारण इन केंद्रों पर लोगों हैंडपम्पो से निकलने वाले दूषित जल का सेवन या बाहर से पानी खरीदने को मजबूर है। कर्मचारियों व ग्रामीणों ने बताया कि इसको लेकर क ई बार शिकायत किया गया। मजबूरी में इन हैंडपम्पो व टकियों से निकलने वाले आर्सेनिक युक्त पानी का सेवन करने को विवश है।
जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
लोगों ने बताया कि महकमें के उच्चाधिकारियों सहित अन्य आलाधिकारियों को शुद्ध पानी अनुपलब्धता की जानकारी होने के बावजूद इनकी चुप्पी समझ से परे हैं। बताया कि जिन जगहों पर टंकी है, वह भी अब जीर्णशीर्ण स्थिति में पहुंच चुकी है। मरीजों व स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि इस दूषित पानी से लोगों को चर्म रोग, पीलिया, इंफेक्शन आदि अन्य विभिन्न गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने की आशंका बढने लगी है। इस बाबत डीएम आर्यका अखौरी ने बताया कि सर्वे करा पानी टंकी का निर्माण कराने के साथ ही शुद्ध पेयजल की जल्द व्यवस्था कराई जायेगी।