बीते दिन मंगलवार को सैदपुर में आयोजित दशमी का मेला और दुर्गा पूजा त्योहार के उत्साह पर वर्षा होने से पानी फिर गया। दूरदराज से सैदपुर दशहरा मेले और दुर्गा पूजा उत्सव को देखने आए सैकड़ों लोगों को भी फजीहत झेलनी पड़ी। इससे सबसे ज्यादा नुकसान छोटे दुकानदारों को उठाना पड़ा। इसका सीधा असर उनकी बिक्री पर पड़ा। जिसके कारण सभी के चेहरों पर मायूसी देखने को मिली।
छोटे दुकानदारों की कमाई पर वर्षा ने फेरा पानी
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को सैदपुर नगर में प्रसिद्ध दशहरा मेला और दुर्गा पूजा उत्सव आयोजित था। लोग एक-दो दिन पहले से ही इस उत्सव की तैयारी में लगे थे। छोटे दुकानदारों ने भी धंधे के लिए पूंजी फंसाकर दुकानदारी की तैयारी कर ली थी। लेकिन मंगलवार की सुबह से ही एक दो बार हुई हल्की बरसात से सभी सशंकित थे। सैकड़ों रेहड़ी, पटरी, खोमचे और ठेले वालों ने नगर के विभिन्न मार्गों और दशहरा मेले में अपनी-अपनी दुकानें लगा रखी थी।
मेले के एन शुरुआत से ही होने लगी वर्षा, मच गई अफरा-तफरी
शाम 7 बजे जैसे ही दुर्गा पूजा उत्सव और दशहरा मेले में क्षेत्रीय लोगों की भीड़ आने लगी, तभी तेज बरसात शुरू हो गई। जिससे अफरातफरी की स्थिति पैदा हो गई। दुकानदार अपने भीगते हुए सामानों को ढकने और संभालने लगे। वही नगर में उत्सव देखने आए क्षेत्र के हजारों लोग वर्षा जल से बचने की लिए जहां-तहां शरण लेने लगे। हालांकि कुछ लोग वर्षा का आनंद उठाते हुए, भींगने के बावजूद उत्सव में भ्रमण करते रहे।
आज भी लगेगा मेला और मनेगा दुर्गा पूजा उत्सव
वर्षा के कारण दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। खाने पीने की दुकान लगाने वाले दुकानदारों का ढेर सारा सामान नहीं बिका। जिसके कारण खराब हो सकने वाले सामानों को उन्हें फेंकना पड़ा। इससे नगर में दुकानदारों के लाखों रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ। यह देखते हुए रामलीला कमेटी ने रावण दहन के बावजूद, बुधवार को भी दशमी के मेले का आयोजन जारी रखने की घोषणा मंच से किया। वहीं दुर्गा पूजा समितियों ने भी बुधवार को भी पांडाल और सजावट नहीं हटाने का निर्णय लिया।