सैदपुर में नवरात्रि के दौरान आदिशक्ति की पूजा के बीच विभिन्न दुर्गा पूजा समितियों द्वारा देवी पूजा हेतु पंडाल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। स्थानीय और कोलकाता से आए कलाकारों द्वारा बांस के सहारे अलग-अलग तरह के भव्य पंडाल का निर्माण जारी है। इसके साथ ही नगर के बैजू नगर और भीतरी मोड़ के पास बंगाल से आए कलाकारों द्वारा मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
सप्तमी के दिन होगी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा
प्रशासन की सख्ती और लॉकडाउन के बाद आयोजित हो रहे दुर्गा पूजा महोत्सव में इस बार सैदपुर नगर में 12 स्थानों पर मूर्तियों की स्थापना हेतु पांडाल का निर्माण किया जा रहा है। जहां आगामी 2 अक्टूबर को सप्तमी के दिन पांडाल में देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा। इसके पूर्व 1 अक्टूबर को ही नगर के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में मूर्ति कलाकारों के यहां से देवी की मूर्ति ले आई जाएगी। सप्तमी के दिन प्राण प्रतिष्ठा कर विधि विधान से पूजा पाठ के बाद, मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद सप्तमी, अष्टमी और नवमी तक देवी की पूजा पांडवों में की जाएगी। दशमी के दिन से मूर्तियों के विसर्जन का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।
15 से 40 हजार रुपए तक की बनी है
इसके लिए विभिन्न मूर्ति कलाकारों द्वारा मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। दूरदराज के पूजा समितियां अब मूर्ति कलाकारों के यहां से अपनी अपनी मूर्तियों को ले जाने लगी है। इस बार मूर्ति कलाकारों द्वारा 15 हजार से लेकर 40 हजार रुपए तक अलग-अलग साईज़ और रंग रूप में देवी की मूर्तियां बनाई गई है। जिन्हें बुकिंग अनुसार विभिन्न दुर्गा पूजा समितियों को सप्लाई किया जाएगा।
कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार इस बार पांडाल मार्गो से हटकर लगवाए गए हैं। पूजा समितियों द्वारा परमिशन के लिए प्रार्थना पत्र प्राप्त किया जा रहा है।