गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद कई प्राइमरी स्कूलों के परिसर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया था। बाढ़ के पानी से स्कूल परिसर के जलमग्न होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से बाढ़ प्रभावित स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य बंद कर दिया था। अब एक बार जब गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से बाढ़ प्रभावित स्कूलों में भी सामान्य रूप से पठन-पाठन का कार्य संपादित हो पाएगा।
बाढ़ के पानी से भर गया था स्कूल परिसर
उच्च प्राथमिक विद्यालय शेरपुर खुर्द के प्रधानाध्यापक हेमनाथ राय ने बताया कि 27 अगस्त से उनके स्कूल में बाढ़ का पानी जमा होने लगा। धीरे-धीरे पानी के बढ़ने की सूरत में 29 अगस्त को बच्चों के पठन-पठन के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। मैउहम्मदाबाद शिक्षा खंड में कुल 21 स्कूल ऐसे हैं। जो बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और जिनके परिसर और आसपास में जलभराव के कारण शिक्षण कार्य बाधित हुआ है।
संबंधित बीईओ से मिले दिशा निर्देश के बाद उनके स्कूल में भी शिक्षण कार्य को स्थगित कर दिया गया। प्रधानाध्यापक राय ने बताया कि गंगा के जलस्तर कम होने के बाद अब उनके स्कूल में भी बाढ़ के पानी का जलस्तर कम होने लगा है। ऐसे में उन्होंने बीईओ को बाढ़ के हालात के बारे में रिपोर्ट कर सोमवार से सामान्य रूप से स्कूल खोलने का अनुरोध किया है।
सोमवार से 21 स्कूलों में पढ़ाई होगी शुरू
वहीं मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड के खंड शिक्षा अधिकारी दीनानाथ साहनी ने 30 अगस्त को एक पत्र जारी करके मुहम्मदाबाद शिक्षा खंड के उन सभी 21 स्कूल के प्रधानाध्यापकों को बाढ़ को देखते हुए तत्काल प्रभाव से पठन-पाठन के कार्य को बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत स्थगित करने के निर्देश जारी किए थे। जब एक बार गंगा का जलस्तर स्थिर है और लगातार गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से इन सभी 21 स्कूलों में भी सामान्य रूप से पढ़ाई हो पाएगी।