जिले के जमानियां क्षेत्र के बरूईन सीएचसी की हालत दयनीय है। यहां पर 60 लाख की लागत से बने करीब 300 लीटर क्षमता वाले आक्सीजन जेनरेटर प्लांट ( पीएसए यूनिट) का स्टार्टर और केबिल पिछले ढाई माह से जला पड़ा है। जानकारी के बाद भी इस पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बीते साल कोरोना की चपेट में आए लोग ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे थे। हर तरफ ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मारामारी चल रही थी। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने मरीजों के लिए तीस बेड के इस बरूईन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कराया गया। जिसका शुभारंभ तीन जनवरी 2022 को तत्कालीन जमानियां विधायक सुनिता सिंह ने किया।
1 माह तक भी नहीं चला ऑक्सीजन प्लांट
अधिकारियों के अनुसार, हर बेड तक पाइपलाइन लग चुकी है। ताकि जरूरत पड़ने पर हर मरीज के बेड तक सुलभता से ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके। महकमे के पास वर्तमान समय में 6 ऑक्सीजन सिलेंडर और पांच कंसरटेटर है, जो कि नाकाफी है। इस प्लांट को लगे करीब एक साल पूरे हो गए, लेकिन एक माह भी सुचारू रूप से ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं हो सका है। शुरुआती दिनों में से कभी वॉल लीकेज तो कभी एयर ड्रॉपर में खराबी तो कभी अन्य की समस्या के चलते यह प्लांट बंद रहता है।
ग्रामीणों ने कहा कि अगर महामारी पूर्व की तरह विकराल तरीके से फैल जाए तो ऑक्सीजन की किल्लत से तमाम मरीजों की जान जा सकती है। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जले स्टार्टर व केबिल को बदलने का प्रयास जारी है। जल्द ही इसकी मरम्मत कर प्लांट को चालू कर दिया जाएगा।