गाजीपुर के नन्दगंज बाजार के लोगों ने बुधवार को सदर विधायक जय किशन साहू के नेतृत्व में रेलवे को एक पत्र भेजा गया। सिटी रेलवे स्टेशन पर अपर रेल मंडल प्रबंधक वाराणसी रामाश्रय पांडेय के माध्यम से भारत सरकार के रेल मंत्री को पत्र भेजा। जिसमें कहा गया है कि वाराणसी- गाजीपुर रेलखंड के बीच स्थित नन्दगंज रेलवे स्टेशन पर एक भी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नही होने से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं। जबकि वाराणसी - बलिया रेल मार्ग पर दर्जनों एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है। लेकिन नन्दगंज रेलवे स्टेशन पर एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नही हो रहा हैं। मालूम हो कि कोरोना काल से पूर्व इस स्टेशन पर कई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव हुआ करता था।
नंंद बाजार में ट्रेन के ठहराव की मांग
सदर विधायक ने कहा कि नन्दगंज रेलवे स्टेशन के आस-पास लगभग 50 गांवों के लोगों द्वारा एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग बहुत दिनों से की जा रही हैं। एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव न होने के कारण लोगो 20 किमी0 दूर जिला मुख्यालय गाजीपुर रेलवे स्टेशन या 25 किमी0 दूर औड़िहार जंक्शन जाना पड़ता हैं। जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बच्चों को होती हैं।
एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं
नन्दगंज रेलवे स्टेशन के आस-पास की आबादी काफी अधिक घनी हैं। इसके साथ ही साथ नन्दगंज एक औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां से लोग दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता व लखनऊ की यात्रा आए दिन करते हैं। लोगों का कहना हैं कि कोरोना महामारी से पहले इस रेलखण्ड पर चलने वाली सभी सवारी गाड़ी और 2 एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नन्दगंज रेलवे स्टेशन पर हुआ करता था। कोरोना काल में सभी गाड़ियों को बन्द कर दिया गया। अब ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं हुआ हैं।
लोगो ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कोरोना महामारी से पूर्व की भांति एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किए जाने की मांग की है। सुहेलदेव एक्सप्रेस, लखनऊ छपरा एक्सप्रेस, सारनाथ एवं सद्भावना एक्सप्रेस ठहराव सुनिश्चित करने की मांग की गई है।