सैदपुर नगर पंचायत की लापरवाही के कारण नगर में स्वच्छता अभियान और संचारी रोग नियंत्रण अभियान दम तोड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। नगर पंचायत के जलकल परिसर में लगभग 3 लाख रुपए मूल्य के 100 नए कूड़ेदान खुले आसमान के नीचे महीनों से जंग खा रहे हैं। दूसरी तरफ कूड़ेदान के अभाव में नगर की मलिन बस्तियों की गलियों और मार्गों के किनारे लोग कूड़ा फेंकने को विवश है। जिसके कारण मलिन बस्तियों में संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है।
गलियों में बन रहा कूड़े का पहाड़
गलियों में हफ्तों बाद भी कूड़े कचरे का उठान नहीं हो पा रहा है। ऐसी गलियों में कूड़े के ढेर लगते जा रहे हैं। जिससे उठने वाली दुर्गंध और फैलने वाले संक्रामक रोग से बस्ती के लोग आए दिन बीमार हो रहे हैं। इसके अलावा नगर के मार्गों पर जहां-तहां खुले में कूड़ा इकट्ठा हो रहा है। लोग लगातार कूड़ा इकट्ठा होने वाले स्थानों पर कूड़ेदान की मांग कर रहे हैं। लेकिन, कूड़ेदान लगाना तो दूर, ऐसे स्थानों पर नगर पंचायत द्वारा समय से कूड़े का उठान भी नहीं किया जा रहा है।
इंस्टॉलेशन के अभाव में सड़ रहे सौ कूड़ेदान
नगर के जलकल परिसर में महीनों से खुले आसमान के नीचे लगभग 100 नए कूड़ेदान फेंके हुए पड़े हैं। जो धूप और वर्षा से जंग खाते हुए अपनी आखिरी सांसे गिन रहे हैं। इसके साथ ही इन कूड़ेदान की खरीद पर खर्च किए गए, नगर निधि के लगभग तीन लाख रुपए भी अपनी सार्थकता का इंतजार कर रहे हैं। लोगों की मांग के बावजूद नगर पंचायत आज तक इन कूड़ेदानों को नगर के मलिन बस्तियों आदि आवश्यक स्थानों पर इंस्टॉल नहीं कर पाया है।
केवल मुख्य मार्गों की हो रही है सफाई
नगर पंचायत सिर्फ नगर के बाजारों और मुख्य मार्गों पर ही ठीक-ठाक ढंग से साफ सफाई करा रहा है। नगर की मलिन बस्तियां और गलियां नगर पंचायत के साफ-सफाई का मखौल उड़ा रही है। नगर के वार्ड संख्या छह स्थित निषाद बस्ती में कई हफ्तों से कूड़े का उठान नहीं हुआ है, जिसके कारण यहां कूड़े का पहाड़ बनता जा रहा है।अधिशाषी अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि आवश्यक स्थानों को चिन्हित कर, नगर के जलकल परिसर में पड़े कूड़ेदानों को जल्द ही इंस्टाल करवाया जाएगा। नगर के हर क्षेत्र से प्रतिदिन कूड़े का उठान और साफ सफाई सुनिश्चित करने के लिए, सफाई नायक से जवाब मांगा जाएगा।