गाजीपुर (Ghazipur) में मंगलवार को दस सूत्रीय मांगों को लेकर ग्राम रोजगार संघ उत्तर प्रदेश ने जुलूस निकाला और विकास भवन में धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
इस मौके जिलाध्यक्ष नागेंद्र यादव ने ईपीएफ कटौती की धनराशि यूएएन खाते में जमा न होने से नाराजगी जताते हुए सभी मांगों को पूरा करने की मांग की। कहा कि मांगें पूरी होने तक हम चुप बैठने वाले नहीं है।
CM के आदेश पर भी नहीं हुई सुनवाई
उन्होंने कहा कि 04 अक्तूबर 2021 को ग्राम रोजगार सेवकों के प्रांतीय सम्मेलन डिफेंस एक्सपो मैदान में मुख्यमंत्री ने कहा था कि अब ग्राम रोजगार सेवकों को आकस्मिक दुर्घटना के उपरांत उसके आश्रित को सेवा में समायोजित किया जाएगा। इसके साथ ही ईपीएफ की धनराशि तत्काल उनके खाते में जमा की जाएगी, लेकिन एक साल बीतने के बाद भी शासनादेश जारी नहीं हुआ।
प्रदर्शनकारियों ने जमकर की नारेबाजी
उन्होंने कहा कि रिक्त ग्राम पंचायतों का कार्य ग्राम रोगाजीपुर में रोजगार सेवकों ने मांगों को लेकर विरोध जताया।जगार सेवकों से ही लिया जाए। जिला मंत्री राजकुमार चौबे ने कहा कि हम ग्राम रोजगार सेवकों को अनुभव के आधार पर नियमित करते हुए राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की।
धरना प्रदर्शन में यह लोग रहे मौजूद
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से पिंटू पांडेय, सुधीर राय, सूबेदार स्नेही, प्रदीप,, रामविलास, अभिषेक, विवेकानंद यादव, आलोक, विजय, विकास सहित सैकड़ों ग्राम रोजगार सेवक उपस्थित रहे। अध्यक्षता नागेंद्र यादव तथा संचालन अशोक यादव ने किया। अंत में मुख्यमंत्री को सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सक्षम अधिकारी को सौंपा।