बरसात न होने से जमीन सूखी पड़ी हुई थी। लेकिन शनिवार को जब बरसात हुई तो खेतों में नमी पहुंच गई। झमाझम बारिश से लोगों को भी राहत मिली। वहीं किसानों की ओर से बोआई की गई धान को संजीवनी मिल गयी। झमाझम बारिश कुछ ही देर बाद बंद भी हो गई।
इससे शहर सहित कहीं पर भी जलभराव की समस्या उत्पन्न नहीं हुई। बारिश होते ही किसानों के चेहरे खिल उठे। वह अपने खेतों पर पहुंचकर मेढ़बंदी करने लगा है। गन्ना, धान व दलहन की फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई।
स्थानीय तहसील क्षेत्र के सतरामगंज बाजार भदौरा में दोपहर बाद मुसलाधार बारिश हुई। जिससे किसानों को राहत मिली। दोपहर बाद अचानक मौसम में बदलाव हुआ। जिसके बाद झमाझम बारिश हुई। किसानों ने बताया कि एक से दो घंटा तक बारिश हुई होती तो धान की सिचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती, हालांकि इतनी बारिश से भी एक सप्ताह तक धान की सिचाई नहीं करनी पड़ेगी। जिससे राहत मिलेगा।