गाजीपुर जिले के जमानियां तहसील क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषद व शासन की उदासीनता के चलते विभिन्न परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्र अधिकतर छात्रों को नई किताबे नहीं मिल सकी है, जिसके कारण उन्हें आधी अधूरी किताबों के जरिए ही पढ़ाई को मजबूर हैं। नया शैक्षिक सत्र का छठवां माह चल रहा है, जबकि तिमाही परीक्षा चालू सितम्बर माह के अंत में होना प्रस्तावित है, छात्रों को नई किताबें मिलने के आसार नजर नहीं आ रहा है।
मालूम हो कि जमानियां तहसील क्षेत्र में कुल 261 परिषदीय विद्यालय है। जिनमें से 170 प्राथमिक, 38 जूनियर और 53 कम्पोजिट विद्यालय हैं। इनमें 34 हजार के आसपास छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। स्थानीय जमानियां ब्लाक के परिषदीय स्कूलों के लिए जरूरी एक लाख 18 हजार 400 किताबों में से अभी तक 59 हजार 718 किताबे ही मिल सकी है, शेष 58 हजार 772 किताबों नहीं पहुंच सकी है, प्राथमिक विद्यालय की 18 विषयों में से 14, जबकि जूनियर की 33 विषयों में से 19 विषयों की ही अभी तक किताबें उपलब्ध हो सकी है। वहीं कक्षा आठ की एक भी किताब आज तक नहीं आ सकी है।
स्कूलों में पठन पाठन बेपटरी
इसी तरह रेवतीपुर ब्लाक में जरूरी 50 विषयों की 90,796 में से मात्र 25 विषय की 25 हजार के करीब ही किताबे अभी तक पहुंच सकी है। जो विभाग व शासन की लापरवाही को दर्शाता है। आनंद, मल्लू, सुनिल, मुन्ना, रजिनदर, अनिल आदि अभिभावकों का कहना है कि नए सत्र का छठवां माह चलने के साथ ही तिमाही परीक्षा निकट है। बावजूद किताबे पूरी तरह से छात्रों को न उपलब्ध होना विभागीय लापरवाही है। इसके कारण स्कूलों में पठन पाठन बेपटरी होती जा रही है।
किताबे उपलब्ध कराने का दावा पूरी तरह से फेल
आरोप लगाया कि विभाग का जल्द किताबे उपलब्ध कराने का दावा पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है, अभिभावकों का कहना है कि जिस तरह से शासन और बेसिक विभाग छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है, उससे उनका भविष्य चौपट हो सकता है। बीएसए हेमंत राव ने बताया कि जल्द ही किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी।