यूपी विधानसभा सदन में अखिलेश द्वारा चाचा शिवपाल को आगे की सीट देने के लिए विस अध्यक्ष को पत्र लिखा गया था। इस पत्र पर शिवपाल को आपत्ति है। उनके मुताबिक अखिलेश को लेटर नहीं देना चाहिए था। ओमप्रकाश राजभर के सवाल पर बोले भगदड़ क्यों हो रही है, उन्हीं के लोगों से पूछिए।
पत्रकारों से यहां सोमवार को उन्होंने कहा कि हमारी सीट के लिए अखिलेश को पहले से ही सोचना चाहिए था। इसे पहले से ही एलॉट करना चाहिए था। अखिलेश यादव ने लेटर दिया है वह नहीं देना चाहिए था। यह तो अधिकार अपने-अपने दल के नेता को होता है, दल के नेता को सीट चेंज करना चाहिए।
मैनपुरी लोकसभा सीट को लेकर उन्होंने कहा कि इस सीट के लिए नेताजी के रहते हुए हम सोच भी नहीं सकते हैं। चुनाव से 6 महीने पहले उस पर बातचीत होगी कि कौन लड़ेगा कौन नहीं लड़ेगा। पार्टी में संसदीय बोर्ड भी होता है,उसमें तय होता है, कौन कहां से लड़ेगा। ओबीसी की 17 जातियों के आरक्षण पर बोले कि पहले जब हम लोग सरकार में थे यह मुद्दा हम लोगों ने रखा था, पास भी किया था फिर से केंद्र को भेजना चाहिए।
तीसरे मोर्चे और आजम खान से मुलाकात पर कहा, आजम भाई से अभी मेरी कोई बात नहीं हुई है। हम अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का संगठन मजबूत करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। मुझे भी शामिल होना था लेकिन एटा में मेरा पहले से कार्यक्रम लगा है, कल से हम भी विधानसभा में मौजूद रहेंगे। विधानसभा कम समय के लिए चल रही है। लंबी चलना चाहिए दो सप्ताह सत्र चलना चाहिए, तभी सभी मुद्दे आ सकते हैं।