गाजीपुर में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे के लिए मुआवजे की धनराशि का कम आकलन किए जाने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।
बिरनो के हृदयपुर गांव निवासी ग्रामीणों ने आज जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी को पत्र सौंपते हुए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण में मुआवजे की राशि कम आकलन किए जाने पर आपत्ति जताई।
वाराणसी-मऊ फोरलेन के लिए मिले थे 13 लाख
ग्रामीण शंकर राजभर ने कहा कि हमारी जमीन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के दायरे में आ रही है। फोरलेन सत्यापन के दौरान जो आकलन किया गया है। उसके अनुसार चार लाख प्रति बिस्वा मुआवजा दिए जाने का प्रस्ताव है। जबकि वर्ष 2016 में वाराणसी-मऊ फोरलेन निर्माण के दौरान प्रति बिस्वा 13 लाख दिया गया था। वर्तमान का आकलन बहुत कम है।
कम मुआवजा मिलने पर नहीं देंगे जमीन
ग्रामीण वीरेंद्र राजभर ने कहा कि यदि कम रेट पर मुआवजा दिया जाता है तो हम अपनी जमीन देने में असहमति जाहिर करेंगे। अपनी कृषि योग्य जमीने देने से इनकार करेंगे।
जिला प्रशासन करे विचार
स्थानीय सुरेश ने कहा कि हमारे प्रार्थना पत्र पर विचार करे। जिला प्रशासन कृषि भूमि का सर्किल रेट व महंगाई दर को देखते हुए किसानों के हित में 20 लाख रुपये प्रति बिस्वा मुआवजा दिलाये।
इन्होंने जताया विरोध
विरोध जताने वालों में सुरेंद्र, रामलाल, नरेश राम, अजय कुमार, राम अवतार, मारकंडे समेत हृदयपुर गांव के तमाम लोग मौजूद रहे।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे 118 किमी लंबा होगा
मालूम हो कि गाजीपुर से मांझीघाट कर चार लेन के ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जाना है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे लगभग 118 किमी लंबा होगा और ये गोरखपुर-वाराणसी एनएच-29 पर गाजीपुर के जंगीपुर के पास से निकलेगा।