थाना समाधान दिवस पर शनिवार को अजीबो-गरीब मामला सामने आया। बैरिया थाना परिसर में एक महिला ने अधिकारियों से गुहार लगाई कि वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती। इसका कारण जानकर हर कोई चौंक गया। 20 वर्षों से पति के साथ रह रही पत्नी का कहना था कि पति के कपड़ों से दुर्गंध आती है। महिला ने उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्रा से गुहार लगाई।
बोली एसडीएम साहब मैं अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती। इनका कपड़ा गंदा रहता है। मैं अलग रहूंगी। मुझे इनसे छुटकारा दिलवा दीजिए। एसडीएम ने महिला के पति को बुलवाया और पूछा क्यों भाई क्यों गंदे रहते हो। पति बोला खेत में काम करता हूं। किसान हूं खेत में मवेशी भी रखा हूं। गंदा तो रहना ही पड़ेगा। काफी समझाने-बुझाने के बाद एसडीएम ने पत्नी को पति के साथ रहने को राजी किया।
गड़वार में छह मामलों में चार निस्तारित
गड़वार थाना परिसर में नायब तहसीलदार संत विजय सिंह व प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया। पांच राजस्व व एक पुलिस संबंधित मामले प्रस्तुत किए गए। इसमें चार का निस्तारण किया गया।
समाधान दिवस बना दिखावा
हल्दी थाना परिसर में समाधान दिवस पर एक भी मामला फरियादियों द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया। क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि शासन को दिवस की उपयोगिता सिद्ध करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि फरियादियों को न्याय मिल सके।
नगरा में मायूस लौटे फरियादी
नगरा थाना परिसर में सुबह साढ़े 11 बजे तक बैठे फरियादी लेखपाल व तहसील स्तर के अधिकारियों, कर्मचारियों के न आने पर वापस लौट गए। तेज बहादुर सिंह निवासी जजला व तियरा की सोनिया देवी ने बताया कि उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं था।
पकड़ी व खेजुरी में पांच मामलों का निस्तारण
पकड़ी थाने में समाधान दिवस प्रभारी निरीक्षक शत्रुघ्न कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इसमें राजस्व से संबंधित दो प्रार्थना पत्र आए। दोनों का निस्तारण हो गया। खेजुरी थाने में प्रभारी निरीक्षक बिंदु कुमार की अध्यक्षता में तीन प्रार्थना पत्रों का निस्तारण हुआ।
रेवती में तीन मामले निस्तारित
रेवती थाने में एसएचओ हरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में राजस्व से संबंधित पांच मामले आये जिसमें तीन का मौके पर निस्तारण हुआ।