बैरिया के हेमंतपुर गांव में हरे राम का हाथ-पांव बांध दिया, इसके बाद धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। बुधवार की मध्य रात गांव के दक्षिण रेलवे लाइन के किनारे शव फेंक दिया गया। गुरुवार की सुबह लोगों को जानकारी हुई, एसएचओ बैरिया धर्मवीर सिंह समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच शुरू कर दी गई है।
हरेराम अपने घर से कुछ दूरी पर गंगापुर में अपने डेरा पर सोए हुए थे। रात में हत्यारे वहां पहुंचे और उनका लोवर को खोल दिया, फिर उसी से उनके हाथ-पैर बांध दिए। गला रेतकर फरार हो गए। स्वजनों का आरोप है कि वारदात को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश में शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया गया। बताते हैं कि गंगापुर की एक किशोरी को लेकर मृतक का बेटा रणजीत कई दिनों से गायब है।
लड़की को बरामद कराने के लिए पुलिस लगातार दबाव बना रही थी। स्वजनों का आरोप है कि लड़की के परिवार वाले जान से मारने की धमकी दे रहे थे। पत्नी चंद्रावती देवी की तहरीर पर सुखारी साहु, विजय शंकर साहु, श्रीपाल साहब व मोनू साहु निवासी गंगापुर व सोनू साहु निवासी कोटवा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एसएचओ धर्मवीर सिंह ने बताया कि हत्यारों को गिरफ्तार किया जाएगा।
शव पुलिस को ले जाने से रोका, विरोध
ग्रामीणों ने मृतक का शव पुलिस को कब्जे में लेने से रोका। घंटा भर समझाने के बाद स्वजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। क्षेत्राधिकारी बैरिया उस्मान भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया और हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने के निर्देश दिए।
गड़ही में मिला लापता वृद्ध महिला का शव
एकसार गांव की गड़ही में गुरुवार की सुबह मंझारी देवी का शव मिला। वह 36 घंटे पहले गायब हो गई थी। पानी में लाश सड़ गई थी। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त बतायी जा रही है। पुलिस को सूचना दी गई थी। गुरुवार की सुबह मौके पर हत्या की आशंका पर लोगों की भीड़ जुट गई थी। उसके पुत्र अवधेश वर्मा ने पहचान की। उन्होंने बताया कि वह पिछले दो दिनों से घर से लापता थी, जिसकी तलाश वह कर रहा था।